AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि हमारे देश में इस्लाम को कोई खतरा नहीं है, लेकिन हमारा देश बहुत खतरे में है| ओवैसी ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा देश में हिंदुत्व का एजेंडा चला रही है|ओवैसी ने यह भी आलोचना की कि प्रधानमंत्री उत्तर प्रवर्तक हैं और केरल स्टोरी जैसी फिल्मों के लिए एक आदर्श पटकथा लेखक हैं।
सांसद ओवैसी ने यह भी दावा किया है कि देश में कोई धार्मिक ध्रुवीकरण नहीं है। ध्रुवीकरण तभी संभव है जब दोनों पक्ष बराबर हों। लेकिन भाजपा का एजेंडा नफरत और नफरत फैलाना है। इसका सहूलियत से प्रचार भी किया जाता है। ओवैसी ने कहा है कि धार्मिक ध्रुवीकरण नहीं होगा|
देश के मौजूदा हालात पर गौर करें तो देखा जा सकता है कि इस्लाम को कोई खतरा नहीं है। देश संकट में है, देश का संविधान संकट में है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को नई संसद का उद्घाटन किया। उस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिंदू संतों से घिरे हुए थे|क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मानना है कि हिंदू धर्म ही एकमात्र धर्म है।
भाजपा का यह एजेंडा एकतरफा है। ओवैसी ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई संसद के उद्घाटन को धार्मिक रूप से इसलिए मनाया क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुपरस्टार हैं| क्या प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी एक धर्म के प्रधानमंत्री हैं या अन्य धर्मों के भी प्रधानमंत्री हैं? देश में और भी धर्म हैं लेकिन संसद में देश ने क्या तस्वीर देखी? ओवैसी ने भी यह बात कही है।
द केरला स्टोरी पर टोला मोदी: ट्रेडमार्क की बात करें तो मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिल्म द केरला स्टोरी के प्रमोटर, स्क्रिप्ट राइटर हैं। सिर्फ इसलिए कि आपके पास बोलने की आजादी है इसका मतलब यह नहीं है कि आपको नफरत फैलाने के लिए इसका इस्तेमाल करना होगा। लेकिन फिल्म द केरला स्टोरी ने क्या किया? क्या आपने नफरत फैलाई? ओवैसी ने भी यह बात कही है।
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