हिंदू विवाह को लेकर विवादित बयान पर सांसद बदरुद्दीन अजमल ने दी सफाई​ ?

हिंदुओं को 18 से 20 साल के बीच की लड़कियों से शादी करनी चाहिए, उन्हें मुस्लिम फॉर्मूले पर चलना चाहिए|

हिंदू विवाह को लेकर विवादित बयान पर सांसद बदरुद्दीन अजमल ने दी सफाई​ ?

MP Badruddin Ajmal clarified on the controversial statement regarding Hindu marriage?

AIUDF के अध्यक्ष और सांसद बदरुद्दीन अजमल ने कल विवादित बयान दिया था। उन्होंने हिंदू लड़कियों की शादी के बारे में बात करते हुए कहा कि हिंदुओं को 18 से 20 साल के बीच की लड़कियों से शादी करनी चाहिए, उन्हें मुस्लिम फॉर्मूले पर चलना चाहिए| उनके इस बयान के बाद कड़ी प्रतिक्रियाएं सामने आने लगीं, बीजेपी नेताओं ने उनकी जमकर आलोचना करनी शुरू कर दी|​​ इसके बाद सांसद अजमल ने कहा है कि वह अपनी बात से पीछे हट रहे हैं और मुकर रहे हैं|​ ​

अपने विवादित बयान पर सांसद बदरुद्दीन अजमल ने सफाई देते​ हुए कहा कि ​अगर मेरे शब्दों से किसी की भावनाओं को ठेस पहुँचती है, तो मैं अपने शब्द वापस लेता हूँ, मेरा इरादा किसी की भावनाओं को ठेस पहुँचाने का नहीं था। मैं चाहता हूं कि सरकार अल्पसंख्यकों को न्याय दे और उन्हें शिक्षा और रोजगार मुहैया कराए।

असम के करीमगंज में एक कार्यक्रम में सांसद अजमल ने कहा, “सरकार ने अठारह वर्ष की आयु तक पहुंचने पर लड़की की शादी की अनुमति दी है। वे (हिंदू) लोग 40 साल तक शादी नहीं करते। इस अवधि के दौरान वह दो या तीन नाजायज पत्नियां रखता है। उन्हें बच्चे पैदा करने की अनुमति नहीं है। वे आपका खर्च बचाते हैं। एक तरह से वे मजाक करते हैं। 40 साल के बाद माता-पिता शादी के लिए दबाव डालते हैं या फिर अटक जाते हैं तो शादी कर लेते हैं।

इसके अलावा​​ 40 साल के बाद उनकी बच्चे पैदा करने की क्षमता कहाँ रहती है? तब से वे बच्चे को जन्म देने और पालने की आशा कैसे कर सकते हैं? सही उम्र में शादी सब कुछ ठीक कर सकती है। तो आप भी मुसलमानों के इस फॉर्मूले को मान लीजिए। बदरुद्दीन अजमल ने यह भी कहा था कि आप अपने बेटे की शादी 20 से 22 साल में और बेटी की शादी 18 से 20 साल में कर दें, तब आपके कई बच्चे होंगे।

​यह भी पढ़ें-​

​संजय गायकवाड़ ने ​राउत​​ को दी गाली, एक शब्द में उद्धव का रिएक्शन​ ​​!

Exit mobile version