जम्मू कश्मीर में तीन चरणों में चुनाव जारी है, जिसमें दो चरण पुरे हो चुके है। दौरान जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शहा ने भाषण करते हुए कांग्रेस और नॅशनल कॉन्फरेंस पर हमला किया है। जम्मू – कश्मीर के डोग्रों की धरती से अमित शहा ने भाषण देते हुए मोदीजी ने डोग्री भाषा को राज्य भाषा का दर्जा देने की बात को याद दिलायी।
भाषण के दौरान अमित शहा ने NC के घोषणापत्र की याद दिलाते हुए कह कि, कांग्रेस और नॅशनल कॉन्फरेंस की मंशा चुनाव जीतने के बाद जम्मू कश्मीर में फिर एक बार अनुच्छेद 370 और 35 A लागू करने की है। ऐसे में अगर वो जीतते है तो जम्मू कश्मीर में अन्याय का दौर शुरू हो जाएगा। इसी के साथ अनुच्छेद 370 को लेकर NC और कांग्रेस की पाकिस्तान जैसी सोच को लेकर भी हमला बोला है। अमित शहा ने कहा है की जम्मू-कश्मीर में भाजपा के उम्मीदवार जीते तो पूरे भारत में विजय उत्सव मनाया जाएगा, लेकिन अगर उनके विरोधी कांग्रेस व NC के उम्मीदवार जीते तो भारत में नहीं, पाकिस्तान में खुशियां मनाई जाएंगी।
अमित शहा ने कहा, यह लोग सत्ता में आगए तो पत्तरबाज, दंगेबाज लोगों को जेल से मुक्त करेंगे। ये लोग चाहते है की पाकिस्तान से वार्ता करनी चाहिए। वो कहते है हम पाकिस्तान के साथ लैंड बॉर्डर से व्यापर करें। उन्होंने राहुल गांधी और उम्र अब्दुल्ला को चुनौती देते हुए कहा, “राहुल गांधी और उमर अब्दुल्ला को चुनौती देकर कहता हूं अगर आपके नाती-पोते भी आगए तो भी जम्मू-कश्मीर में धारा 370 लग नहीं पाएगी। जम्मू कश्मीर में कोई भी आतंकवाद को वापस नहीं ला सकता, यह अब्दुल्लाओं का राज नहीं मोदी का शासन है।”
यह भी पढ़ें:
बिहार है कि जाति जाती ही नहीं; मांझी ने पूछा, लालू यादव, यादव या गडरिया, बताइए वंशावली!
योगी आदित्यनाथ: क्या राहुल गांधी नॅशनल की जम्मू कश्मीर के अलग झंडे से सहमत है!
योगी आदित्यनाथ: क्या राहुल गांधी नॅशनल की जम्मू कश्मीर के अलग झंडे से सहमत है!
उन्होंने कहा की जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के वजह से 40000 लोग मारे गए, यह अब्दुल्ला और नेहरू परिवार की जिम्मेदारी है। इस आतंकवाद को किसी ने ख़त्म किया है तो वो भारतीय जनता पार्टी ने। तीन साल से यहां किसी ने हाथ में पत्थर नहीं पकड़ा है, लेकिन वो जम्मू-कश्मीर के नौजवानों के हाथ में मशीन गन थमाना चाहते है। में भी कह रहा हूं की यहां उधमपुर और चनैनी के युवाओं के हाथ में बंदूक और मशीन गन पकड़ाना चाहता हूं पर वो, आतंकवाद के लिए बंदूक पकड़ाना चाहते है और में यहां के युवाओं को सेना में भारती कर सुरक्षा के लिए बंदूक पकड़ाना चाहता हूं।