केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और सरसंघचालक मोहन भागवत गुरुवार (11 दिसंबर) से अंदमान और निकोबार द्वीपसमूह के तीन दिवसीय दौरे पर रहेंगे। इस दौरान दोनों नेता दक्षिण अंदमान के बियोडनाबाद में स्वातंत्र्यवीर विनायक दामोदर सावरकर की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। अधिकारियों के अनुसार, हाई-प्रोफाइल विज़िट को देखते हुए पूरे क्षेत्र में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और कुछ इलाकों में ट्रैफिक प्रतिबंध भी लगाए जा सकते हैं।
मोहन भागवत अंदमान को पहली बार सरसंघचालक के रूप में संबोधित करेंगे। लगभग दो दशक पहले वह यहां सरकार्यवाह के रूप में आए थे। दौरे के दौरान भागवत श्री विजयपुरम के डॉलीगंज में संघ कार्यकर्ताओं से संक्षिप्त मुलाकात कर सकते हैं। अमित शाह इससे पहले जनवरी 2023 में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 126वीं जयंती के अवसर पर अंदमान आए थे। अधिकारियों ने बताया कि शाह इस बार यात्रा को 12 दिसंबर की रात या 13 की सुबह तक अंदमान में होंगे।
12 दिसंबर की सुबह करीब 9:30 बजे, दोनों नेता बियोडनाबाद में सावरकर की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। शाम को डॉ. बी.आर. अंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (DBRAIT) में आयोजित कार्यक्रम में सावर्कर पर आधारित एक गीत भी जारी किया जाएगा।
यह पूरा आयोजन महाराष्ट्र की एक बिज़नेस ग्रुप द्वारा वीर सावरकर की 1909 में लिखी गई प्रतिष्ठित कविता ‘सागरा प्राण तळमळला’ की 116वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित किया जा रहा है। सरसंघचालक मोहन भागवत 13 दिसंबर की शाम श्री विजयपुरम के ITF ग्राउंड में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित कर सकते हैं। वह 14 दिसंबर को द्वीपसमूह से प्रस्थान करेंगे।
वीर सावरकर को 1911 में ब्रिटिश शासन द्वारा अंदमान के सेल्युलर जेल (अब श्री विजयपुरम) में कैद किया गया था।
उनकी कई प्रमुख रचनाएँ, जिनमें ‘सागरा प्राण तळमळला’ भी शामिल है, इसी कालखंड में सामने आई थीं। उच्च स्तरीय सुरक्षा इंतज़ामों और अनेक सांस्कृतिक-ऐतिहासिक कार्यक्रमों के बीच यह दौरा अंडमान में एक महत्वपूर्ण राजनीतिक और प्रतीकात्मक आयोजन माना जा रहा है।
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