अहमदाबाद। एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि 2022 में फरवरी या मार्च में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के साथ ही गुजरात के भी विधानसभा चुनाव कराए जा सकते हैं, सूत्रों के अनुसार गुजरात में मंत्रिमंडल विस्तार या नेतृत्व परिवर्तन ना होने के बजाय विधानसभा भंग होने की संभावना है, ऐसा भी कहा जा रहा है कि बीजेपी मुख्यमंत्री के चेहरे के बिना ही 2022 का गुजरात चुनाव लड़ सकती है।
पार्टी में इस संबंध में विचार भी चल रहा है,रिपोर्ट में सूत्रों के अनुसार कहा गया है कि सीएम के चेहरे के बिना चुनाव लड़ने के विचार का राजनीतिक और आंतरिक कारण भी है,यह भी जाहिर है कि बीजेपी विधानसभा चुनाव की तैयारी करीब साल भर पहले से ही शुरू कर देती है,वहीं गुजरात बीजेपी की कमान सीआर पाटिल संभाल रहे हैं।
2022 भाजपा का ध्यान उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र पर
उत्तराखंड में भाजपा अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले अपने घर को व्यवस्थित रखने की कोशिश कर रही है और अब कुमाऊं पर ध्यान केंद्रित कर रही है। पार्टी ने राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर क्षेत्र के नेताओं को प्रोन्नत कर पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी के कद के बराबर लाने की कवायद शुरू कर दी है। भारतीय जनता पार्टी ने कुमाऊं क्षेत्र पर अपने दबाव के तहत दो बार विधायक रहे पुष्कर सिंह धामी को नया मुख्यमंत्री और अजय भट्ट को केंद्रीय मंत्रिपरिषद में राज्यमंत्री बनाया है।राज्य के एक भाजपा नेता ने कहा, कुमाऊं से पार्टी के भीतर एक नेतृत्व शून्य है। एक बार कई बड़े नेता थे, लेकिन वर्तमान में कोई नहीं है और ऐसा लगता है कि पार्टी नेतृत्व धामी और भट्ट को क्षेत्र के नेताओं के रूप में स्थापित करने की कोशिश कर रहा है। पार्टी के एक अन्य नेता ने दावा किया कि वर्तमान में, कोई भी भाजपा नेता नहीं है जो कोश्यारी, बच्ची सिंह रावत और प्रकाश पंत की जगह ले सके, लेकिन भाजपा पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करने के लिए क्षेत्र से धामी और भट्ट दोनों को प्रोजेक्ट करना चाहती है।