देश के दो राज्यों महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव को लेकर कांग्रेस और भाजपा की ओर से दोनों पार्टी के नेताओं द्वारा एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप के दौर जारी है| इसी क्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे के आरोप पर राहुल गांधी की खटा-खट टिप्पणी पर पलटवार करते हुए कहा कि महाराष्ट्र सरकार लोगों के खाते में पटा-पट, पटा-पट पैसा डालती है|
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे कहा कि कांग्रेस हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना इन राज्यों से कांग्रेस पार्टी के वादे अधूरे रह गए। उन्होंने कहा, विपक्ष के लिए यह सब अप्रत्याशित था, उन्हें लगता है कि हम सिर्फ कठपुतली हैं। उन्हें नहीं पता था कि हम इतनी बड़ी योजना चलाएंगे और विकास को आगे बढ़ाएंगे। उद्योग जगत भी हम पर भरोसा कर रहा है। हमारी सरकार लोगों के लिए काम करती है और पिछली सरकार अपने लिए काम करती थी, अपनी संपत्ति बनाती थी, अपने फायदे के लिए… उनके कुछ नेता कहते थे, खटा, खट, खटा-खट, एक भी रुपया नहीं दिया।
सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करने और उन्हें अधिक स्वतंत्र और आत्मनिर्भर बनाने के लिए 17 अगस्त को इस योजना की शुरुआत की। इस योजना का उद्देश्य वित्तीय सहायता के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाना है, जिसके तहत 21-65 वर्ष की आयु की महिलाओं को 1,500 रुपये प्रति माह प्रदान किए जाते हैं, जिनकी वार्षिक आय 2.5 लाख रुपये से कम है।
महाराष्ट्र के सीएम ने आगे कहा कि विपक्ष महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव हारने जा रहा है। सीएम शिंदे ने कहा, विपक्ष इसे पचा नहीं पाया है। वे हारने वाले हैं, उन्होंने इसे बदनाम करना शुरू कर दिया है। ‘लड़की बहना’ इस योजना का विरोध करने के लिए विपक्ष को माफ नहीं करेगी। मेरा सपना हमारी बहनों को लखपति बनाना है और हम इसे पूरा करेंगे।
गौरतलब है कि शिंदे ने कहा कि कांग्रेस के पास देने का इरादा नहीं है, उन्होंने लोगों से सिर्फ लेना सीखा है| क्योंकि उन्हें देना नहीं आता, उन्हें लेना आता है। अगर पीएम मोदी एक रुपया भेजते हैं तो पूरा रुपया डीबीटी (डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर) में चला जाता है। हमने आरबीआई और केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन किया। हम जीडीपी का 25 प्रतिशत ऋण ले सकते हैं। हमारा ऋण 17.5 प्रतिशत है और हम एफआरबीएम (राजकोषीय उत्तरदायित्व और बजट प्रबंधन अधिनियम) के 3 प्रतिशत के भीतर हैं।
सीएम शिंदे ने आगे कहा कि नवंबर महीने के लिए ‘लाडली बहना’ योजना का पैसा अक्टूबर में ही बैंक खाते में ट्रांसफर किया जा रहा है। आचार संहिता के कारण ‘लाडली बहना’ योजना का पैसा रुकना नहीं चाहिए, इसलिए हमने नवंबर का पैसा अक्टूबर में दे दिया। जब भी मुझे सत्ता मिलेगी, मैं अपनी प्यारी बहनों, माताओं, किसानों, भाइयों और बुजुर्गों के लिए कुछ करूंगा| जैसे ही मुझे सत्ता मिली, मैंने अपने दोनों डिप्टी सीएम को बताया कि हमें क्या करना है और हमने किया।
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