महाराष्ट्र बजट सत्र: नई योजनाओं के लिए राजस्व बढ़ाएगी सरकार!

डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा मौद्रीकरण, केंद्रीय योजनाओं, अंतर्राष्ट्रीय वित्त पोषण से आएगा पैसा !

महाराष्ट्र बजट सत्र: नई योजनाओं के लिए राजस्व बढ़ाएगी सरकार!

Maharashtra-government-will-raise-revenue-for-new-schemes-money-will-come-from-monetization-central-schemes-international-funding-Deputy-CM-Ajit-Pawar

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने सोमवार को वित्त वर्ष 2025-26 के लिए 7.50 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया। उन्होंने सभी क्षेत्रों में विकास को बढ़ावा देकर महाराष्ट्र को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का रोडमैप दिखाया है।

वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी संभालने वाले अजित पवार ने कहा कि सरकार राजस्व बढ़ाने और केंद्र की योजनाओं के जरिए अधिक से अधिक फंड जुटाने की कोशिश कर रही है। वित्त वर्ष 2025-26 के बजट में राजस्व घाटा 45,891 करोड़ रुपये और राजकोषीय घाटा 1,36,000 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है।

राज्य सरकार बजट प्रबंधन अधिनियम के तहत राजकोषीय घाटे को सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) के तीन प्रतिशत से कम रखने में सफल रही है। इसके अलावा, महाराष्ट्र का राजस्व घाटा लगातार जीएसडीपी के एक प्रतिशत से कम रहा है।

वित्त वर्ष 2025-26 में जीएसडीपी 49.39 लाख करोड़ रुपये रहने की उम्मीद है, जो 2024-25 में 45.31 लाख करोड़ रुपये रही है। आने वाले वित्त वर्ष में राज्य का कर राजस्व 6.41 प्रतिशत बढ़कर 4,77,400.20 करोड़ रुपये होने की उम्मीद है, जो 2024-25 में 4,48,630.57 करोड़ रुपये रहा था। राज्य का ऋण स्टॉक 9.32 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है, लेकिन यह जीएसडीपी का 18.87 प्रतिशत होगा।

सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अपने राजस्व को बढ़ाने के लिए कई तरह से कदम उठा रही है। बजट में मुंबई की अर्थव्यवस्था को 2030 तक 300 अरब डॉलर और 2047 तक 1,500 अरब डॉलर तक बढ़ाने का प्रावधान है। महाराष्ट्र सरकार, केंद्र की योजनाओं के जरिए अधिक से अधिक फंड जुटाने के लिए विशेष कदम उठा रही है।

राज्य के माल और सेवा कर (जीएसटी) राजस्व में सालाना 12-14 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है। महत्वाकांक्षी योजनाओं के लिए फंड की कमी नहीं हो, इसके लिए सार्वजनिक संपत्ति मौद्रीकरण, अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों से वित्तपोषण और परियोजना को सुव्यवस्थित करने जैसे उपाय किए जाएंगे।

राजमार्गों, बंदरगाहों, हवाई अड्डों, जलमार्गों, बस परिवहन, रेलवे और मेट्रो सिस्टम के लिए बजट में विशेष प्रावधान किए गए हैं। जल्द ही एक नई आवास नीति की घोषणा की जाएगी, जिसमें अगले पांच वर्षों में ग्रामीण आवास के लिए 15,000 करोड़ रुपये और शहरी आवास परियोजनाओं के लिए 8,100 करोड़ रुपये आवंटित किए जाएंगे।

मॉरीशस यात्रा: भोजपुरी भाषा की महत्वपूर्ण मौजूदगी पर प्रधानमंत्री जाहिर की ख़ुशी!
पाक​ की अंतर्राष्ट्रीय बेइज्जती​,अमेरिका में ​​राजदूत ​को प्रवेश देने से किया इनकार​!
राज्य सरकार जल्द ही 40 लाख करोड़ रुपये का निवेश लाने और अगले पांच वर्षों में 50 लाख नौकरियां पैदा करने के लिए नई औद्योगिक नीति जारी करेगी। इसके अलावा सरकार एमएसएमई नीति, अंतरिक्ष नीति, सर्कुलर इकोनॉमी नीति, इलेक्ट्रॉनिक नीति और रत्न एवं आभूषण नीति भी जारी करेगी, जिससे ज्यादा से ज्यादा निवेशक यहां आ सकें।

विपक्ष ने लाडली बहन योजना के लाभार्थियों को 1,500 रुपये से बढ़ाकर 2,100 रुपये की सहायता राशि की घोषणा नहीं करने और किसानों का ऋण माफ नहीं करने पर निशाना साधा है। इस पर आपका क्या कहना है?

हमने ऐसा कभी नहीं कहा कि लाडली बहन योजना के तहत महिला लाभार्थियों की मासिक वित्तीय सहायता तुरंत बढ़ाई जाएगी। हमने विधानसभा चुनाव के दौरान कहा था कि सत्ता में आने के बाद हम सहायता राशि बढ़ाएंगे। क्या मैंने कभी इस बारे में बयान दिया है कि सहायता कब बढ़ाई जाएगी? इसके साथ ही मैंने कृषि ऋण माफी पर कभी कोई बयान नहीं दिया।

यह भी पढ़ें-
शेयर बाजार: अमेरिकी ​​टैरिफ विवाद, मचा हाहाकार​!; बड़े शेयर ​गिरे​ धड़ाम!
Exit mobile version