​विधानसभा चुनाव 2024: फडनवीस ने कहा,अघाड़ी गठबंधन वोट के लिए ‘उलेमाओं’ के चाट रहे तलवे!

​ विपक्ष के सेक्युलरिज्म का मतलब सिर्फ हिंदू विरोध है।​

​विधानसभा चुनाव 2024: फडनवीस ने कहा,अघाड़ी गठबंधन वोट के लिए ‘उलेमाओं’ के चाट रहे तलवे!

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महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य के उस नारे का ‘बटेंगे तो कटेंगे’ का समर्थन करते हुए कहा कि ‘लोकसभा चुनाव के दौरान धर्मस्थलों से लोगों को पार्टी विशेष को वोट करने की अपील की गई।’ फडनवीस ने कहा कि ‘मैं ऐसे लोगों से पूछता हूं कि ये कौन सा सेक्युलरिज्म है? हमारी पार्टी ने मंदिरों में लोगों को इकट्ठा करके भाजपा को वोट देने के लिए नहीं कहा। मविअ गठबंधन मुस्लिम उलेमाओं के तलवे चांट रहा है।’

फडणवीस ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ​योगी आदित्यनाथ का जो नारा है “बटेंगे तो कटेंगे​” अक्षरशः सही है। साथ ही उन्होंने विपक्ष के कथित सेक्युलरिज्म पर भी तंज कसा और कहा कि ​विपक्ष के सेक्युलरिज्म का मतलब सिर्फ हिंदू विरोध है।​ देवेंद्र फडणवीस ​ने​ कहा कि ‘सरकार ने बाला साहेब ठाकरे के नाम पर जितनी भी विकास परियोजनाओं का नामकरण किया है, उन्हें सिर्फ बाला साहेब ठाकरे नहीं बल्कि ‘हिंदू हृदय सम्राट बाला साहेब ठाकरे’ नाम से नामकरण किया गया है। ऐसे में उद्धव ठाकरे की सहयोगी पार्टी और उनके नेता बाला साहेब को हिंदू हृदय सम्राट कहने से क्यों डरते हैं?

उद्धव ठाकरे और उनकी पार्टी पर तंज कसते हुए फडणवीस ने कहा कि ‘राहुल गांधी को तो भूल ही जाइए खुद उद्धव ठाकरे की पार्टी ने भी उन्हें हिंदू हृदय सम्राट कहना बंद कर दिया है और शिवसेना प्रमुख बाला साहेब ठाकरे कहकर संबोधित करते हैं।’​इसके साथ ही महाराष्ट्र के ​उप​मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने उत्तर प्रदेश के ​सीएम​ योगी आदित्यनाथ द्वारा दिए गए बटेंगे तो कटेंगे के नारे का भी समर्थन ​करते​ हुए कहा कि मुझे योगी आदित्यनाथ के इस नारे में कोई खामी नजर नहीं आती। अगर हम इतिहास देखें तो जब भी ये देश जाति, प्रांत या समुदाय में बंटा है तो ये देश गुलाम बना है।

महायुति की सहयोगी पार्टी एनसीपी के नेता अजित पवार ने बंटेंगे तो कटेंगे के नारे का विरोध किया है और कहा है कि ऐसे नारों के लिए महाराष्ट्र में कोई जगह नहीं है। इस पर फडणवीस से जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ​’अजित पवार कई दशकों तक ऐसी पार्टियों के साथ रहे हैं, जो खुद को कथित सेक्युलर बताती हैं। वे ऐसे लोगों के साथ रहे हैं जो हिंदुत्व का विरोध करते हैं, इसलिए उन्हें लोगों की भावनाएं समझने में थोड़ा समय लगेगा।’

देवेंद्र फडणवीस से जब सीएम पद की दावेदारी को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ‘अभी इस बारे में कोई चर्चा नहीं है। हम महाराष्ट्र में सरकार बनाएंगे। नतीजों के बाद सभी सहयोगी पार्टियां मिलकर बैठेंगी और सीएम पद पर फैसला करेंगी। मैं इस प्रक्रिया का हिस्सा नहीं हूं और हमारी पार्टी की तरफ से राष्ट्रीय अध्यक्ष इस पर फैसला करेंगे। मैं इस खेल का हिस्सा नहीं हूं।’

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