महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मद्देनजर इन दिनों पालघर जिला की सीटें एक चर्चा का विषय बनी हुई है| टिकट नहीं मिलने के कारण शिवसेना नेता श्रीनिवास वनगा से संपर्क नहीं हो सका। इसके बाद शिवसेना शिंदे गुट के एक और नेता जगदीश धोडी पिछले तीन दिनों से उपलब्ध नहीं हैं, जहां जगदीश धोडी से संपर्क नहीं हो पा रहा है|
सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि अमित घोड़ा को अपना उम्मीदवारी आवेदन वापस लेने के लिए मनाने के लिए वरिष्ठों द्वारा लगातार कॉल किए जाने के कारण उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है।शिवसेना ने पूर्व सांसद राजेंद्र गावित को पालघर से विधानसभा मैदान में उतारा है|अमित घोड़ा ने बगावत कर दी और गावित के खिलाफ अपनी उम्मीदवारी दाखिल कर दी|इस बीच दो दिन पहले उन्होंने बहुजन विकास अघाड़ी के सर्वेसर्वा हितेंद्र ठाकुर से भी मुलाकात की|
इस बीच, एक अन्य शिवसेना नेता जगदीश ढोडी से पिछले तीन दिनों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। वह शिवसेना शिंदे समूह के आदिवासी राज्य संयोजक और कोंकण सिंचाई विकास निगम के पूर्व उपाध्यक्ष हैं, लेकिन नामांकन भरने के बाद से अब वे नॉट रिचेबल बताये जा रहे हैं|
बोईसर विधानसभा क्षेत्र में जगदीश धोडी ने शिवसेना शिंदे गुट के उम्मीदवार विलास तारे के खिलाफ अपनी उम्मीदवारी दाखिल की है। उसके बाद उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है| जगदीश धोडी के उपलब्ध न होने से शिवसेना का सिरदर्द बढ़ने की संभावना है। पालघर में शिवसेना को दो विधानसभा क्षेत्र मिले हैं और दोनों में भाजपा से उम्मीदवारों को मैदान में उतारा गया है, इसलिए पालघर में शिवसेना के नेता परेशान हैं।
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