जम्मू-कश्मीर में इस साल विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। इस चुनाव में 25 लाख नए मतदाता मतदान कर सकते हैं। चुनाव आयोग ने राज्य में रहने वाले लोगों को मतदाता सूची में अपना नाम शामिल कर वोट डालने की अनुमति दी है। इतना ही नहीं, जम्मू-कश्मीर के मुख्य चुनाव अधिकारी हृदेश कुमार ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा के लिए तैनात सुरक्षाकर्मी भी अपना नाम मतदाता सूची में शामिल कर सकते हैं |
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती ने चुनाव आयोग के फैसले की आलोचना की है| दोनों ने इसे चुनाव को प्रभावित करने की खतरनाक कोशिश बताया है| जम्मू-कश्मीर में चार साल से अधिक समय से निर्वाचित सरकार नहीं है। इसलिए अगले साल चुनाव होने की संभावना है।
Is the BJP so insecure about support from genuine voters of J&K that it needs to import temporary voters to win seats? None of these things will help the BJP when the people of J&K are given a chance to exercise their franchise. https://t.co/ZayxjHiaQy
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) August 17, 2022
जम्मू-कश्मीर में लगभग 25 लाख नए मतदाताओं के मतदाता सूची में शामिल होने की उम्मीद है। कर्मचारी, छात्र, मजदूर और कश्मीर में रहने वाला कोई भी गैर स्थानीय मतदाता अपना नाम मतदाता सूची में जोड़ सकता है। मतदाता सूची में नाम शामिल करने के लिए स्थानीय निवासी प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है।
GOIs decision to defer polls in J&K preceded by egregious gerrymandering tilting the balance in BJPs favour & now allowing non locals to vote is obviously to influence election results. Real aim is to continue ruling J&K with an iron fist to disempower locals. https://t.co/zHzqaMseG6
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) August 17, 2022
भाजपा का जोर चुनावी नतीजों को प्रभावित करने पर है| गैर-स्थानीय लोगों को वोट देने की अनुमति का मतलब चुनाव परिणामों को प्रभावित करना है। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भाजपा पर आरोप लगाते हुये कहा कि स्थानीय लोगों का मनोबल गिराना और जम्मू-कश्मीर पर सत्ता हासिल करना है|
जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को खत्म करने के बाद पहली बार मतदाता सूची में संशोधन किया जा रहा है। इतना ही नहीं पिछले तीन साल में 18 साल और उससे अधिक उम्र के युवाओं की संख्या में वृद्धी हुई है।
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