महाराष्ट्र की शिंदे फडणवीस सरकार ने औरंगाबाद का नाम छत्रपति संभाजी नगर और उस्मानाबाद का नाम धाराशिव करने का फैसला लिया है। शनिवार को राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में यह फैसला लिया गया।महाराष्ट्र सरकार ने कहा कि उद्धव ठाकरे सरकार अल्पमत में थी जिस पर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने इस फैसले पर सवाल उठाया था। जिसको अब नए सिरे से प्रस्ताव पारित कर मंजूरी दी गई है।
मंत्रिमंडल की बैठक के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने यह जानकारी दी। इसके पहले ठाकरे सरकार की अंतिम कैबिनेट बैठक में औरंगाबाद का नाम बदल कर संभाजी नगर और उस्मानाबाद का नाम धाराशिव करने का प्रस्ताव पारित किया गया था। पर उस वक्त उद्धव ठाकरे सरकार अल्पमत में आ चुकी थी। इस लिए इस कैबिनेट बैठक को अवैध बताते हुए नई सरकार की कैबिनेट ने यह फैसला लिया है। इसके आलावा नई मुंबई के निर्माणाधीन एयरपोर्ट का नामकरण लोकनेता डी बी पाटिल के नाम करने का प्रस्ताव भी कैबिनेट में पारित किया गया है।
मंत्रिमंडल की बैठक में एमएमआरडीए के 12 हजार करोड़ के कर्ज के लिए राज्य सरकार ने गारंटी देने का फैसला लिया है। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में फडणवीस ने कहा की नगर अध्यक्ष और सरपंच का चुनाव सीधे जानता की बजाय नगर सेवको और पंचायत सदस्यों से कराए जाने का फैसला चुनावों में पैसों का खेल चलाने के लिए किया गया था। मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा की सरकार अपना काम अच्छी तरीके से कर रही है। मंत्रीमंडल विस्तार में कोई समस्या नहीं है। जल्द विस्तार हो जायेगा।
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