मुंबई। केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने एक बार फिर से उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे की वजह से उन्होंने शिवसेना छोड़ी थी। हालांकि राणे ने बालासाहेब को अपना गुरु बताया। इंटरव्यू में राणे ने कहा कि मैंने शिवसेना में अपनी जिंदगी के तकरीबन 40 साल गुजारे हैं। बालासाहेब ने मुझे महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनाया था। आज भी मैंने बीजेपी में कोई पद नहीं मांगा था। मैं पार्टी के लिए काम करता हूँ और पार्टी मेरे बारे में सोचती है। जब राणे से पूछा गया कि अगर शिवसेना और बीजेपी दोबारा साथ आती हैं तो क्या आपको खुशी होगी?
इस पर राणे ने कहा कि मैं हर वो फैसला मानूंगा जो बीजेपी करेगी। राणे से जब यह पूछा गया की आपको पहले मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। क्या इसके जरिये शिवसेना को कोई संदेश देने की कोशिश की गई है? तब उन्होंने कहा कि किसी को संदेश देने का कोई मकसद नहीं है, अगर किसी को संदेश जा रहा है तो जाने दीजिए। मुझे कैबिनेट में संदेश देने के लिए नहीं रखा गया है। नारायण राणे यह भी कहा कि आगामी समय 2022 में बीएमसी के चुनाव होने हैं। मुंबई और महाराष्ट्र की जनता ठाकरे सरकार से काफी नाराज है। राज्य में किसी भी प्रकार का विकास काम नहीं किया जा रहा है। राणे ने भी कहा कि सरकार की गलतियों पर आवाज उठाना विपक्ष का काम है और हम वही करते हैं।