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Saturday, March 29, 2025
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बांग्लादेश: एनसीपी और बीएनपी के बीच हिंसक झड़प, दर्जनों घायल!

आगामी राष्ट्रीय चुनावों के मुद्दे को लेकर बीएनपी और एनसीपी आमने-सामने हैं।

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बांग्लादेश के नोआखली जिले में सोमवार रोत को दो दलों के बीच हिंसक झपड़ में कई लोग घायल हो गए। झड़प के कारण पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। तनाव कम करने और व्यवस्था बहाल करने के लिए पुलिस के साथ-साथ नौसेना और तटरक्षक बल के जवानों को तैनात किया गया।
आगामी राष्ट्रीय चुनावों के मुद्दे को लेकर बीएनपी और एनसीपी आमने-सामने हैं। इस महीने एक रैली के दौरान बीएनपी चेयरपर्सन की सलाहकार परिषद के सदस्य जैनुल आबेदीन फारुक ने एनसीपी पर चुनावों में देरी के लिए अराजकता पैदा करने का आरोप लगाया।
कुछ स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह घटना तब हुई सोमवार रात को नोआखली जिले के जहाजमारा बाजार में नेशनल सिटिजन्स पार्टी (एनसीपी) और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) ने रैलियां आयोजित कीं।

एनसीपी ने दावा किया कि वरिष्ठ संयुक्त मुख्य समन्वयक अब्दुल हन्नान मसूद सहित उनके 50 से अधिक नेता बीएनपी सदस्यों के कथित हमले में घायल हो गए। दूसरी तरफ बीडीन्यूज 24 की एक रिपोर्ट के अनुसार, बीएनपी ने कहा कि झड़प के दौरान उसके 30 नेता घायल हो गए।

एनसीपी के अब्दुल हन्नान मसूद ने देश के प्रमुख दैनिक ‘प्रोथोम अलो’ से कहा, “हम लोगों से बात कर रहे थे। उसी समय बीएनपी के कुछ सदस्यों ने हमला कर दिया। हमले में हमारे कई लोग घायल हो गए।”

हालांकि, स्थानीय बीएनपी संयुक्त महासचिव लुत्फुल्लाहिल मजीद निशान ने दावा किया कि पहले बीएनपी के एक व्यक्ति पर हमला किया गया। उन्होंने कहा, “उपजिला कृषक दल के संयोजक अब्दुर रोब को शाम को पीट-पीट कर घायल कर दिया गया। जब स्थानीय बीएनपी सदस्यों ने विरोध मार्च निकाला, तो तनाव बढ़ गया।”

मंगलवार की सुबह, नोआखली हटिया पुलिस स्टेशन के प्रमुख अजमल हुदा ने पुष्टि की कि दोनों पक्षों के बीच बाजार में गतिरोध हुआ था।

इसके बाद, एनसीपी ने मंगलवार को ढाका में अचानक विरोध मार्च निकाला और नोआखली के हटिया में अपने नेता अब्दुल हन्नान मसूद पर कथित हमले की निंदा की और हमले के लिए जिम्मेदार लोगों की तत्काल गिरफ्तारी और उन्हें अपने-अपने राजनीतिक दलों से निष्कासित करने की मांग की।

आगामी राष्ट्रीय चुनावों के मुद्दे को लेकर बीएनपी और एनसीपी आमने-सामने हैं। इस महीने एक रैली के दौरान बीएनपी चेयरपर्सन की सलाहकार परिषद के सदस्य जैनुल आबेदीन फारुक ने एनसीपी पर चुनावों में देरी के लिए अराजकता पैदा करने का आरोप लगाया।

अगस्त 2024 में लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार को हटाने के दौरान बांग्लादेश में विभिन्न राजनीतिक संगठनों की एकता में अब धीरे-धीरे दरारें बढ़ती जा रही हैं।

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