कोंकण के राजापुर में बारसू में प्रस्तावित रिफाइनरी को लेकर एक बड़ा विवाद चल रहा है। स्थानीय लोग प्रोजेक्ट की मिट्टी जांच का विरोध कर रहे हैं। प्रशासन ने पुलिस बल का प्रयोग कर इस विरोध को शांत कराया। ड्रिलिंग का काम भी शुरू कर दिया है। इस समय, पुलिस ने सौ से अधिक प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया। इस बीच शिवसेना (ठाकरे गुट) के सांसद विनायक राउत ने आज बारसू गांव का दौरा किया|साथ ही जहां रिफाइनरी लगाने की योजना है उस क्षेत्र का निरीक्षण करने के बाद मीडिया से बात की|
इस मौके पर सांसद विनायक राउत ने कहा कि हमने भूमिपुत्रों की आवाज दबाने के लिए लगा पुलिस कैंप देखा| हमने लाठी-काठी देखी, जो कोंकणी आदमी की आवाज को दबाने के लिए बनाया गया कैंप था| प्रदेश भर से पुलिस यहां लाई गई है। यह किसके लिए काम कर रहा है? क्या ये विरोधी भूमिपुत्र यहाँ नहीं हैं? प्रदर्शनकारियों की भूमिका निभा रहे स्थानीय लोगों की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है|
यहां के लोगों में भय का माहौल बनाने का काम मंत्री और प्रशासन कर रहे हैं। वे बस किसी भी कीमत पर रिफाइनरी की गाड़ी को आगे बढ़ाना चाहते हैं। इसलिए यह अत्याचार हो रहा है। हमने कोंकण में पुलिस दमन पहले कभी नहीं देखा। हमने एक पुलिस बल को बारसूट से लैस देखा। यहां रिपोर्टिंग के लिए गए एक पत्रकार की गर्दन पकड़कर बाहर निकाला गया| इनकी ही तानाशाही चल रही है।
यह भी पढ़ें-
रानी क्लियोपेट्रा को ‘ब्लैक’ दिखाने पर मचा बवाल, Netflix को बैन करने की मांग