‘मंत्री बने और अगले पांच मिनट में बन गए कैदी, उस समय कांग्रेस…’, अमित शाह ने बताई कहानी!
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अपने बेबाक स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। उनके भाषण और उससे जुड़े मुद्दों की चर्चा हमेशा होती रहती है| उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वजीर कहा जाता है| इसी तरह उन्होंने खुद को बार-बार साबित किया है| ऐसे में अपने भाषण में उनका एक बयान मशहूर है|
Team News Danka
Updated: Sun 03rd December 2023, 05:59 PM
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अपने बेबाक स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। उनके भाषण और उससे जुड़े मुद्दों की चर्चा हमेशा होती रहती है| उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वजीर कहा जाता है| इसी तरह उन्होंने खुद को बार-बार साबित किया है| ऐसे में अपने भाषण में उनका एक बयान मशहूर है| उन्होंने कहा है कि मैं मंत्री था और पांच मिनट में कैदी बन गया|
अमित शाह ने वास्तव में क्या कहा?: मैं गुजरात में मंत्री था। उस समय देश में कांग्रेस की सरकार थी| उस वक्त मेरे खिलाफ सीबीआई के जरिए मामला दर्ज कराया गया था| अमित शाह ने सोहराबुद्दीन मामले का नाम लिए बिना ये बात कही| अमित शाह ने कहा, ”अपराध दर्ज होने के बाद मुझे गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया| उस वक्त कांग्रेस के निरुपम नानावटी ने यह मुद्दा उठाया| उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में केस लड़ा और केस जीता।
अमित शाह ने कहा, हम दो-तीन लोगों से चर्चा कर रहे थे, निरुपम नानावटी कांग्रेस नेता हैं| उनकी पृष्ठभूमि कांग्रेस की है| फिर भी वे अपना केस क्यों लड़ेंगे? मेरा मन भी कह रहा था कि ये नहीं लड़ेगा| फिर भी मैंने कहा, पूछने में क्या बुराई है? मैंने अपने एक मित्र के माध्यम से उनसे बातचीत की। आश्चर्य की बात यह है कि वे मेरा केस लड़ने को तैयार हो गये। मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया और जीत हासिल हुई|
मुझे वह दिन आज भी याद है| मैं पांच मिनट पहले मंत्री था और अगले पांच मिनट में कैदी। यह मेरे लिए कठिन समय था| अब अपने बाल किसे दें? अमित शाह ने यह भी कहा कि जब इस पर चर्चा हुई तो निरुपम नानावटी का नाम सामने आया और उन्होंने मेरा केस अच्छे से लड़ा|अमित शाह ने कहा, ”हम दिल्ली के एक होटल में खाना खा रहे थे| फिर मैंने उनसे पूछा कि आपने मेरा केस कैसे लिया? इस पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस में मेरे भी दोस्त हैं| मैं जानता हूं कि तुम्हें फंसाया गया है, इसलिए मैं तुम्हारा केस लड़ रहा हूं|
अमित शाह को क्यों जाना पड़ा जेल?: अमित शाह पर गुजरात दंगे भड़काने का आरोप लगा। साथ ही सोहराबुद्दीन मुठभेड़ मामले में उन्हें 90 दिन जेल में भी काटने पड़े| इसका जिक्र उनकी वेबसाइट पर भी है| इसमें लिखा गया है कि नरेंद्र मोदी के करीबी होने के कारण कांग्रेस ने उन पर यह कार्रवाई की है| उन्हें 2015 में विशेष सीबीआई अदालत ने बरी कर दिया था।