अनुसूचित जाति और जनजाति आरक्षण में क्रीमी लेयर को लेकर एसपी कोर्ट के फैसले के खिलाफ बिहार सहित देश भर के विभिन्न संगठनों और सस्थाओं ने भारत बंद का आव्हान किया है|इस दौरान भारत बंद को लेकर बिहार के 38 जिले पूरी तरह से प्रभावित है|राज्य में आयोजित विभिन्न परीक्षाओं को लेकर बंद के दौरान परीक्षार्थियों का परीक्षा केद्रों तक पहुंचने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है| बंद को लेकर जगह-जगह एससी/एसटी संगठनों द्वारा उग्र आंदोलन किया जा रहा है|
भारत बंद का पटना में भी असर दिखने लगा है। प्रदर्शनकारियों ने आगजनी की और अशोक राजपथ को जाम कर दिया। बाइपास इलाके में जाम का असर दिख रहा है।यहां भी आवागमन बाधित है।भीम आर्मी के कार्यकर्ता सड़क पर प्रदर्शन कर रहे हैं। बिहार की राजधानी पटना में एससी-एसटी और आदिवासी संगठनों के कार्यकर्ता सड़क पर उतरे। इस कारण कुछ इलाकों में जाम से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। बंद समर्थक को लेकर बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात कर दिया है। डाक बंगला चौराहा के पास महिला और पुरुष पुलिस बल पहुंच गए हैं। पुलिस जवानों की तैनाती कर दी गई है।
भारत बंद को लेकर बंद समर्थकों द्वारा आगजनी की घटनाओं को भी अंजाम दिया गया|सिपाही भर्ती की परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों को सेंटर पर पहुंचने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अनुसूचित जाति जनजाति संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष संजय पासवान उर्फ डी सी ने बताया कि 1 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के द्वारा एससी/एसटी वर्गों के आरक्षण में क्रिमिलेयर लागू किया गया,जिसको लेकर भारत बंद किया गया है।आरक्षण से छेड़छाड़ बर्दास्त नहीं किया जाएगा।
बिहार के कई जिले भारत बंद के प्रभाव से जूझते दिखाई दिए | इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने ट्रेनों की रफ्तार रोक दी है। इतना ही नहीं आगजनी कर चक्का जाम कर दिए हैं। विभिन्न दलों के नेताओं ने आरा रेलवे स्टेशन पर चक्का जाम कर दिया है। प्रदर्शनकारी में भाकपा-माले, बासपा,आरजेडी और लोजपा रामविलास की पार्टी मौजूद रही। मुजफ्फरपुर में भारत बंद को सफल बनाने के लिए भीम आर्मी के सदस्यों ने 57 को जाम कर दिया है। इतना ही नहीं दुकानों को भी बंद करवा दिया गया है।
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