बिहार सरकार ने मुस्लिम कर्मचारियों के ऑफिस टाइमिंग में बदलाव किया है| यह फैसला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने रमजान की पृष्ठभूमि में लिया है| यानी फैसले के मुताबिक रमजान के दौरान मुस्लिम कर्मचारियों को आधा घंटा पहले दफ्तर आने और दफ्तर खत्म होने से पहले घर जाने की इजाजत है| इस बीच इस फैसले को लेकर बिहार सदन में जमकर रमझल्ला शुरू हुआ और भाजपा ने इस फैसले पर आपत्ति जताई है| भाजपा ने यह भी मांग की है कि हिंदू कर्मचारियों को भी चैत्र नवरात्रि मनाने की अनुमति दी जाए|
इस संबंध में बोलते हुए बिहार भाजपा प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा, रमजान की पृष्ठभूमि में बिहार सरकार द्वारा मुस्लिम कर्मचारियों के लिए लिया गया फैसला| इसी तरह का निर्णय हिंदू कर्मचारी के लिए भी लिया जाना चाहिए। चैत्र नवरात्रि और रामनवमी पर सरकार को हिंदू कर्मचारियों को एक घंटा पहले ऑफिस आने और एक घंटे पहले घर छोड़ने की अनुमति देनी चाहिए। इस फैसले से समाज में एकता आएगी।
इस बीच, बिहार सरकार ने कल मुस्लिम कर्मचारियों को रमजान के दौरान एक घंटे पहले कार्यालय आने और एक घंटे पहले घर जाने की अनुमति दी। ऐसा अध्यादेश बिहार सरकार ने जारी किया है। सरकार की ओर से यह भी कहा गया है कि यह फैसला हर साल रमजान के महीने में लागू किया जाएगा|
एक तरफ भाजपा ने इस फैसले का विरोध किया है तो वहीं राष्ट्रीय जनता दल ने इस फैसले का स्वागत किया है| राजद नेता एजाज अहमद ने कहा है कि यह फैसला देश में धर्मनिरपेक्षता के लिहाज से काफी अहम है| जदयू ने इस फैसले का स्वागत करते हुए प्रतिक्रिया भी दी है कि इससे सरकार के काम पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
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