नेहरू की गलतियों की सजा भुगत रहा देश, मालवीय का राहुल पर पलटवार    

लद्दाख में चीन द्वारा कब्जाए जमीन पर राहुल के बयान पर बीजेपी नेता ने सिलसिलेवार दिया जवाब   

नेहरू की गलतियों की सजा भुगत रहा देश, मालवीय का राहुल पर पलटवार    
बीजेपी नेता अमित मालवीय ने राहुल गांधी पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि राहुल गांधी हर बार झूठ बोलते है। मालवीय ने राहुल गांधी को सिनिस्टर कहा है। वे सोचते हैं कि बार बार झूठ बोलने से सच हो जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि हो सकता है, कि जब हमारी क्षेत्रीयता की अखडता की बात आये तो कांग्रेस को जवाहर लाल नेहरू के कुकर्मों को स्वीकारना शुरू कर देना चाहिए। गौरतलब है कि राहुल गांधी वर्तमान में लद्दाख के दौरे पर है। रविवार को उन्होंने कहा कि यहां के लोगों का कहना है कि चीन की सेना ने हमारी चरागाह की जमीन को कब्जा लिया है। जबकि, पीएम का कहते हैं कि हमारी एक इंच भी जमीन नहीं छीनी गई है। इस बात को लेकर अमित मालवीय ने राहुल गांधी पर पलटवार किया है।
अमित मालवीय लिखते हैं कि ” पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में लगभग 78,000 वर्ग किलोमीटर भारतीय क्षेत्र पर अवैध और जबरन कब्जा किया हुआ है। चीन ने भारतीय केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में लगभग 38,000 वर्ग किमी क्षेत्र पर अवैध कब्जा जारी रखा है। साथ ही,1963 के तथाकथित “चीन-पाकिस्तान सीमा समझौते” के तहत, पाकिस्तान ने अवैध रूप से पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में 5,180 वर्ग किमी भारतीय क्षेत्र चीन को सौंप दिया। अमित मालवीय ने आगे लिखा है कि इन बातों को सत्ता में रहते हुए 2012 में यूपीए की सरकार ने राज्यसभा के पटल रखा था।
नेहरू की भ्रमित विदेश नीति
ये सभी जमीन जवाहरलाल नेहरू की भ्रमित विदेश नीति के कारण भारत को खोनी पड़ी। उन्होंने लिखा है कि जवाहर लाल नेहरू अपनी छवि चमकाने के चक्कर में राष्ट्रहित की बलि चढ़ा दी। अमित मालवीय आगे लिखते है कि नेहरू चीन  के इतने अधीन थे कि उन्होंने भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में शामिल हो ने से भी इंकार कर दिया था। मालवीय ने नेहरू की बातों को कोट किया है। “संयुक्त राज्य अमेरिका की ओर से सुझाव दिया गया है कि भारत को सुरक्षा परिषद में चीन का स्थान लेना चाहिए। हम निश्चित रूप से इसे स्वीकार नहीं कर सकते क्योंकि इसका मतलब है चीन के साथ मतभेद होना और चीन जैसे महान देश के लिए सुरक्षा परिषद में न होना बहुत अनुचित होगा। …”
रिपोर्ट के हवाले से दावा
इसके आगे अमित मालवीय ने कुछ रिपोर्टों का हवाला भी दिया है। मालवीय आगे कहा कि 2013 में पूर्व विदेश सचिव और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड के अध्यक्ष श्याम सरन ने अगस्त 2013 में पीएमओ को एक रिपोर्ट सौंपी थी। उस समय मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे।
रिपोर्ट के अनुसार, पहला यह कि, चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने 2013 में लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलओएसी) पर लगभग 640 वर्ग किमी क्षेत्र पर “बढ़ते हुए” कब्जा कर लिया था। दूसरा यह कि, जम्मू-कश्मीर के पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में पीएलए क्षेत्र के अस्वीकार करने से गश्त सीमा अब वास्तविक एलओएसी बन गई है। तीसरा यह कि, क्षेत्र को अस्वीकार करने की वजह से देपसांग, चुमार और पैंगोंग त्सो में तीन क्षेत्रों में 640 वर्ग किमी का नुकसान हुआ है। चौथा यह कि, रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि भारतीय सैनिक अब गश्ती सीमा रेखा पर कम से कम चार बिंदुओं तक पहुंचने में सक्षम नहीं थे, जिसकी वजह से उन्हें पहले से सुलभ क्षेत्र से वंचित होना पड़ा। वहीं, अप्रैल और मई 2013 में पीएलए की घुसपैठ के बाद, डेपसांग बुल्ज अब भारतीय जवानों के लिए पहुंच योग्य नहीं रह गया था।
मालवीय ने राहुल गांधी को आइना दिखाया
अमित मालवीय ने राहुल गांधी को आइना दिखाते हुए कहा कि यूपीए की सरकार किन के सामने कड़ा विरोध दर्ज कराने में असफल रही। सही कहा जाए तो उन्होंने अहंकार में अपनी मूर्खता को छिपाने की कोशिश की।देश आज भी कांग्रेस के उन कुकर्मों की कीमत चुका रहा है। जो नेहरू से शुरू होकर मनमोहन सिंह की सरकार तक जारी रहा। मालवीय ने आगे लिखा  है कि 2014 के बाद से भारत अपनी जमीन एक इंच नहीं खोया है। अगर ऐसा हुआ तो भारत ने पहली बार सीमा पर किसी भी आक्रामकता का जवाब दिया। जो पहले नहीं किया गया।
राहुल गांधी ने यह कहा
गौरतलब है कि राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया है कि चीन ने हमारी जमीन छीन लिया है और पीएम कहते हैं कि चीन हमारी एक इंच भी जमीन नहीं ली है। उन्होंने कहा कि यहां के लोगों का कहना है कि चीनी सेना भारतीय इलाके में घुस गई है। उनकी चरागाह छीन लिया गया है। जबकि पीएम मोदी कहते हैं कि हमारी एक भी इंच जमीन नहीं ली गई है। लेकिन यह सच नहीं है। आप यहां किसी से पूछ लीजिए।
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