औरंगाबाद में शिवसेना की पहली शाखा की आज 38वीं वर्षगांठ मनाई गई| आज से 38 साल पहले दिवंगत बालासाहेब ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना मराठवाड़ा में दाखिल हुई थी| इस मौके पर आयोजित बैठक में ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत शामिल हुए। इस मौके पर मौजूद शिवसेना के पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए संजय राउत ने कहा, शिवसेना कोई पार्टी नहीं बल्कि एक ज्वलंत विचार है| शिवसेना को आज मराठवाड़ा आए 38 साल हो गए हैं, जबकि राज्य में पार्टी को बने हुए 50 साल से ज्यादा हो गए हैं| हालांकि, शिवसेना बच गई है।
शिवसेना का गौरवशाली इतिहास रहा है। लेकिन इतिहास के साथ-साथ भूगोल पर भी विचार किया जाना चाहिए। भूगोल हमारे नियंत्रण में कितना है, यह राजनीति में महत्वपूर्ण है। मैं प्लेटफार्म पर बैठ गया और आगे देखने लगा। मेरा ध्यान इस फ्रंट गैलरी पर था। मराठवाड़ा इतना बड़ा है, मराठवाड़ा में इतने जिले हैं। यहां के कार्यक्रम में काफी भीड़ होती है। इससे पहले हम आठ जून को यहां आ चुके हैं। लेकिन सामने की दीर्घा कभी खाली नजर नहीं आई। लेकिन आज यह खाली है। हमारे सभी प्रमुख नेताओं को इस पर विचार करना चाहिए।
सांसद संजय राउत ने कहा, मुझे लगता है कि इस हॉल में सिर्फ पदाधिकारी आए हैं. प्रत्येक पदाधिकारी 10 शिवसैनिकों को नहीं लाए। आप सभी को सोचना चाहिए कि शिवसैनिक क्यों नहीं आए। आत्मनिरीक्षण किया जाए कि शिवसैनिक क्यों नहीं आए। हमारे पास पार्टी शिवसेना का नाम और धनुष-बाण का प्रतीक नहीं है, लेकिन हमें याद रखना चाहिए कि हम लड़ रहे हैं और संघर्ष कर रहे हैं।