छत्तीसगढ़: आगजनी के मामले में कांग्रेस विधायक को न्यायिक हिरासत!

10 जून को कथित तोड़फोड़ के खिलाफ सतनामी समाज द्वारा विरोध प्रदर्शन के दौरान बलौदबाजार शहर में भीड़ ने सरकारी कार्यालय भवन समेत 150 से अधिक करों को आग लगा दी थी, जिस कारण शहर में सीआरपीसी की धारा 144 लगाई गई थी।

छत्तीसगढ़: आगजनी के मामले में कांग्रेस विधायक को न्यायिक हिरासत!

Chhattisgarh: Judicial custody of Congress MLA in arson case!

छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार-भाटपारा जिले में जून में हुई हिंसा के दौरान आगजनी और दंगों की घटनाओं के मामले में कांग्रेस विधायक को हिरासत में लिया गया है। सतनामी समज द्वारा किए प्रदर्शनों को जरिया बनाकर भीड़ से आगजनी करवाने, गाड़ियों समेत सरकारी दफ्तर को जलाने के राजनितिक आरोप में कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव पर लगाए जा रहें है। वहीं जून के महीने बलौदाबाजार में हुई आगजनी को लेकर प्रदेश में सियासत गर्माने लगी है। कांग्रेस हिंसक घटनाओं के लिए भाजपा के कार्यकर्ताओं को निशाना बना रहें है।

देवेंद्र यादव भिलाई नगर निर्वाचन क्षेत्र से दूसरी बार विधायक बनें है। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के आवास से देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी के बाद देवेंद्र यादव के कार्यकर्ताओं ने आवास के बाहर इक्कट्ठा होकर जम कर नारेबाजी की। बलौदाबाजार-भाटपारा जिले के पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए कहा, की विधायक देवेंद्र यादव को बलौदाबाजार शहर आगजनी मामले में कोतवाली पुलिस थाने में दर्ज मामले में गिरफ्तार कर लिया है।

यह मामला भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं की तहत दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस अधीक्षक ने जानकारी दी है की, देवेंद्र यादव की स्थानीय अदालत में पेशी के बाद उसे 20 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। साथ ही जानकारी मिली है कि, पुलिस ने देवेंद्र यादव को अपना बयान दर्ज करने के लिए तीन बार बुलाया था, देवेंद्र यादव द्वारा सहयोग न देने के चलते उनकी गिरफ्तारी की गई है।

क्या है पूरा मामला?:

इस वर्ष के 15-16 मई के मध्यरात्रि दरम्यान कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा बलौदाबाजार-भाटपारा जिले के गिरौदपुरी धाम में अमर गुफा के पास सतनामी समाज द्वारा पूजे जाने वाले पवित्र प्रतिक ‘जैतखाम’ या ‘विजय स्तंभ’ को तोड़ दिया था। 10 जून को कथित तोड़फोड़ के खिलाफ सतनामी समाज द्वारा विरोध प्रदर्शन के दौरान बलौदबाजार शहर में भीड़ ने सरकारी कार्यालय भवन समेत 150 से अधिक करों को आग लगा दी थी, जिस कारण शहर में सीआरपीसी की धारा 144 लगाई गई थी।

छत्तीसग़ढ के प्रसिद्ध संत घासीदास बाबा ने सतनामी पंथ की स्थापना की थी। वही राज्य की अनुसूचीत जातियों में सतनामी संप्रदाय का भी समावेश है, साथ ही सतनामी समाज छत्तीसगढ़ के प्रभावी समाज में से एक है। सतनामी समाज द्वारा आयोजित प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर कांग्रेस कार्यकर्ता और विधायक देवेंद्र यादव ने बैठको में सहभाग लिया था। दस जून को आगजनी के सिलसिले में पुलिस ने भीम रेजिमेंट और एनएसयूआई समेत 150 से अधिक कार्यकर्तओं को गिरफ्तार भी कर लिया था।

बता दें की, देवेंद्र यादव ईडी के करप्शन प्रिवेंशन ब्यूरो द्वारा कथित कोयला लेवि घोटाले में आरोपी भी है। देवेंद्र यादव पर पुलिस द्वारा हो रहीं कारवाई पर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा प्रतिशोध की राजनीती कहा है। साथ ही उन्होंने पुलिस से राजनीती के दबाव में कारवाई न करने की अपील की है।

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