मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव शनिवार (13 सितंबर) सुबह एक बड़े हादसे से बाल-बाल बच गए। मंदसौर जिले के गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट में उनका हॉट एयर बलून उड़ान भरने से पहले ही अचानक आग की चपेट में आ गया। सुरक्षाकर्मियों और कर्मचारियों की तत्परता से आग तुरंत बुझा दी गई और हालात काबू में कर लिए गए, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया।
जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री यादव सुबह करीब 7 बजे मंदसौर सांसद सुधीर गुप्ता के साथ हॉट एयर बलून में सवार हुए थे। इससे एक दिन पहले उन्होंने गांधीसागर फेस्टिवल के चौथे संस्करण का उद्घाटन किया था। रिपोर्ट्स के अनुसार, उस समय हवा की गति करीब 20 किलोमीटर प्रति घंटा थी, जिसके कारण बलून उड़ान नहीं भर सका। इसी दौरान बलून के निचले हिस्से में आग लग गई। मौके पर मौजूद कर्मचारियों ने तुरंत आग बुझाई, जबकि सुरक्षा कर्मियों ने सीएम के सवार टोकरे को सुरक्षित तरीके से संभाला।
अधिकारियों का कहना है कि हॉट एयर बलून उड़ान के लिए सबसे सुरक्षित समय सुबह 6 से 7:30 बजे तक का होता है, जब हवा की गति सामान्य रहती है। लेकिन मुख्यमंत्री के सवार होने तक परिस्थितियां खराब हो गईं, जिसके चलते उड़ान रद्द करनी पड़ी।
घटना के बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने लोगों को आश्वस्त किया कि वे पूरी तरह सुरक्षित हैं। साथ ही उन्होंने गांधीसागर क्षेत्र की पर्यटन संभावनाओं की सराहना करते हुए कहा, “गांधीसागर एक समुद्र जैसा है। यहां समृद्ध वन्यजीवन और प्राकृतिक धरोहर है। मैंने यहां रात बिताई और जलक्रीड़ाओं का आनंद लिया। यह पर्यटकों के लिए स्वर्ग है। जब सबकुछ यहां है तो विदेश जाने की क्या जरूरत है?”
मुख्यमंत्री ने अपने प्रवास के दौरान चंबल बैकवॉटर में क्रूज का आनंद लिया और बोटिंग गतिविधियों में भी हिस्सा लिया। इस घटना के बावजूद उनका संदेश स्पष्ट रहा गांधीसागर मध्य प्रदेश के उभरते हुए पर्यटन स्थलों में से एक है और सरकार इसे विश्व स्तरीय पहचान दिलाने के लिए संकल्पित है।
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