मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दशहरा सभा की जोरदार शुरुआत करते हुए कहा कि यह आजाद शिवसेना की आजाद सभा है| शिवसेना ने आजाद मैदान में दशहरा सभा का आयोजन किया| इस अवसर शिंदे ने कहा,मेरे सभी हिंदू भाई-बहन और माताएं जो इकट्ठे हुए थे, बाला साहेब इसी गर्जना से शुरुआत करते थे। तब मेरे साथ-साथ सभी लोग जोश में आ जाते थे| यह बात हर किसी को याद है गर्व से कहो हम हिंदू हैं ये सिंह गर्जना बाला साहब ने देश को दी थी। लेकिन कुछ लोगों को इस शब्द से एलर्जी है|
हिंदू माने जाने में शर्म महसूस हो रही है| हिंदू हृदयसम्राट कहते ही कुछ लोगों की जुबानें फड़कने लगती हैं, लेकिन हमें ये शब्द कहने में गर्व है, लेकिन हीरे से पैदा हुए कंकड़ शर्मसार होते हैं। हमने शिवसेना को उन लोगों से मुक्त कराया जो बाला साहेब के विचारों के साथ बेईमानी कर रहे थे।’ इसलिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दशहरा सभा की जोरदार शुरुआत करते हुए कहा कि यह आजाद शिवसेना की आजाद सभा है|शिवसेना ने आजाद मैदान में दशहरा सभा का आयोजन किया|वह उस समय बात कर रहे थे|
हर तरफ से लोग आ रहे हैं|यह सागर अंत तक फैला हुआ है। भगवा उत्साह फैल रहा है|महाराष्ट्र के विपक्षी गठबंधन को घर भेजकर हमारी सरकार आई।’ उस समय कुछ लोग कह रहे थे कि सरकार 15 दिन भी नहीं चलेगी|एक महीने में गिर जाएगी, छह महीने में गिर जाएगी, लेकिन एकनाथ शिंदे आलोचकों से बचे रहे और लोगों के आशीर्वाद से दो साल पूरे किये। मैं बाला साहेब का शिवसैनिक हूं|आनंद दिघे के शिष्य हैं| ये सस्ता नहीं आएगा| मुझे हल्के में मत लो| मैं धावक नहीं हूं| कट्टर शिवसैनिक मैदान नहीं छोड़ता|
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