कल को गेटवे ऑफ इंडिया का उद्घाटन न कर दें सीएम ठाकरे,जानें आशीष शेलार ने क्यों कहा?

तीन माह के इस्तेमाल के बाद सीएम साहब को मिली इस्तेमाल हो रही इमारत के उद्घाटन की फुरसत

कल को गेटवे ऑफ इंडिया का उद्घाटन न कर दें सीएम ठाकरे,जानें आशीष शेलार ने क्यों कहा?

file foto

मुंबई। मुंबई महानगर पालिका के जिस भवन का इस्तेमाल तीन महीने पहले यानी 1 मई से हो रहा है। उसका मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को किया। भाजपा विधायक आशीष शेलार ने इस सवाल खड़े करते हुए पूछा है कि आखिर बीएमसी को ऐसा हास्यास्पद कार्यक्रम करने की जरूरत ही क्यो पड़ी। मनपा के जिस एच पश्चिम विभाग कार्यालय का उदघाटन मुख्यमंत्री ने आज किया, उसके निर्माण के लिए स्थानीय विधायक शेलार ने तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, तत्कालीन मेयर, मनपा आयुक्त के साथ पिछले 6 सालों से प्रयास किया था। स्थानीय नागरिकों और स्थानीय संगठनों ने भी इसमे योगदान दिया। विधायक आशीष शेलार ने पिछले छह वर्षों में इस कार्यालय के लिए धन की उपलब्धता, इसके टेंडर, वास्तविक कार्य और इसमें आने वाली समस्याओं पर चर्चा करने के लिए 8 बैठकें की हैं। इस कार्यालय के निर्माण में शिवसेना की कोई भागीदारी नहीं थी। तो क्रेडिट लेने की जहमत क्यों उठाई गई?

स्थानीय विधायकों, एएलएम, संगठनों, नागरिकों की मांगों के बाद यह नई इमारत अस्तित्व में आ सकी और बीते1 मई से महाराष्ट्र दिवस पर इसे जनता के लिए खोल दिया गया था। हैरानी की बात यह है कि पिछले तीन महीने से उपयोग में आ रही इस इमारत का उद्घाटन आज मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने किया। पूर्व मंत्री आशीष शेलार ने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि मनपा अधिकारी क्रेडिट लेने के नाम पर क्या करेंगे। इस भवन की वास्तविक जानकारी मुख्यमंत्री को न देकर मनपा के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को ठगा है। यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। शेलार ने कहा कि जब मैं उत्तर महाराष्ट्र के दौरे पर जलगाँव जा रहा था तो बुधवार की रात दस बजे अचानक मुझे फोन पर कार्यक्रम का निमंत्रण मिला। इसलिए कार्यक्रम में पहुंचना संभव नहीं हो सका। मैंने स्थानीय नगरसेवक अलका केलकर से फूलों का गुलदस्ता भेजकर सीएम का स्वागत किया। शेलार ने कहा कि क्या महज दिखावे के नाम पर तीन महीने से इस्तेमाल में हो रहे भवन के लोक समर्पण की घोषणा कर मुख्यमंत्री को संकट में डालना सही है? विधायक़ आशीष शेलार ने चुटकी लेते हुए कहा कि कल को गेटवे ऑफ इंडिया का उद्घाटन भी मुख्यमंत्री के हाथों न करा दे।

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