CM योगी आदित्यनाथ फूटा गुस्सा,”जिन्ना का जिन्न जब तक इस धरती पर रहेगा तबतक…”

"जो लोग हमेशा दलितों को अपना वोटबैंक बनाकर उनका शोषण करते आए हैं, वो बांग्लादेश की घटना पर मौन हैं। उनके मुंह से एक भी शब्द नहीं निकल रहा है, क्योंकि वो सच स्वीकार नहीं कर सकते हैं और सच बोल भी नहीं सकते हैं।"

CM योगी आदित्यनाथ फूटा गुस्सा,”जिन्ना का जिन्न जब तक इस धरती पर रहेगा तबतक…”

Will the riot victims of Sambhal get justice after 47 years? Investigation ordered into 1978 riots

उत्तर प्रदेश में DNA बयान को लेकर आग के बाद अब जिन्ना की एंट्री हो गई है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिन्ना को लेकर बयान दिया है। मुख्यमंत्री योगी ने शुक्रवार (6 दिसंबर) को बांग्लादेश में हिंदुओं समेत अल्पसंख्यकों पर हो रहें हमलों को लेकर मुद्दा उठाया है। उन्होंने कहा कि जब तक ‘जिन्ना की आत्मा वहां रहेगी, अराजकता जारी रहेगी।’ डॉ. बाबासाहब आंबेडकर की पुण्यतिथि पर कांग्रेस पर हमला करते हुए मुख्यमंत्री ने विरोधियों को पूछा है कि संविधान की प्रति लहराकर दिखावा करने वाले लोग पड़ोसी देश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों पर चुप क्यों हैं।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा “बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों को मारा, जलाया और लूटा जा रहा है। माताओं और बेटियों के सम्मान से समझौता किया जा रहा है। मैं जानना चाहता हूं कि बांग्लादेश में ऐसी स्थिति क्यों है?…’ उन्होंने कहा, “जब तक जिन्ना की आत्मा वहां रहेगी, इस तरह की अराजकता जारी रहेगी। वहां गरीबों और वंचितों का शोषण किया जा रहा है। ये 1947 में भारत के विभाजन का पाप है। विभाजन का घिनौना चेहरा बांग्लादेश संकट की आड़ में फिर हमारे सामने आया है। बांग्लादेश में मारे जा रहे सभी हिंदू और बौद्ध दलित हैं।”

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, 1947 में पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिंदुओं की बड़ी आबादी थी, 1971 तक बांग्लादेश में 22 प्रतिशत आबादी हिंदू थी, लेकिन अब ये घटकर 6 से 8 प्रतिशत रह गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वहां जो कुछ भी हो रहा है, अगर इसी तरह नरसंहार चलता रहा तो ये संख्या बहुत सीमित रह जाएगी। इसको लेकर आवाज उठनी शुरू हो गई है।

दरम्यान सीएम योगी आदित्यनाथ ने राहुल गांधी पर बिना नाम लिए है हमला बोलै है, “जो लोग हमेशा दलितों को अपना वोटबैंक बनाकर उनका शोषण करते आए हैं, वो बांग्लादेश की घटना पर मौन हैं। उनके मुंह से एक भी शब्द नहीं निकल रहा है, क्योंकि वो सच स्वीकार नहीं कर सकते हैं और सच बोल भी नहीं सकते हैं। उनमें बोलने का सामर्थ्य नहीं है, इसलिए वो बांग्लादेश के दृश्य पर मौन हैं। ये लोग सिर्फ संविधान की प्रति दिखाकर ढोंग कर रहे हैं। उन्हें बाबासाहब के मूल्यों से कोई लेना देना नहीं है।”

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बता दें की, हिंदुओं और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा को लेकर राजधानी ढाका सहित पूरे बांग्लादेश में व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए हैं। हिंदू गुरु चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी से प्रदर्शनों तेज हुए है। दास को (25 नवंबर) को देशद्रोह के आरोप में ढाका एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया गया था। सत्ता बदलने के बाद हिंसा ने हिंदू विरोधी घटनाओं का रूप ले लिया। तमाम हिंदू मंदिरों और व्यवसायों को नुकसान पहुंचाया गया। हिंदुओं को अपनी सांस्कृतिक पहचान व्यक्त करने के लिए धमकियों का सामना करना पड़ रहा है, जिसकी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार (6 दिसंबर) को बांग्लादेश में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की निंदा की।

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