मुंबई में सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस आक्रामक, ठाकरे की सीटों पर भी दावा!

कांग्रेस, शिवसेना ठाकरे गुट और एनसीपी शरद पवार गुट ने ज्यादा से ज्यादा सीटें लेने की रणनीति बनाई है| सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस आक्रामक रही है| उन्होंने शिवसेना ठाकरे गुट की कुछ सीटों पर भी दावा किया है|

मुंबई में सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस आक्रामक, ठाकरे की सीटों पर भी दावा!

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लोकसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी ने मुंबई की छह में से चार सीटें जीतीं। लेकिन महायुति पार्टी को सिर्फ दो सीटों का नुकसान हुआ| इनमें से एक सीट महज 48 वोटों से माविया के खाते में गई। लोकसभा में इस सफलता के बाद अब महाविकास के मोर्चे पर विधानसभा की तैयारी शुरू हो गई है|

मुंबई में 36 विधानसभा सीटें हैं|कांग्रेस, शिवसेना ठाकरे गुट और एनसीपी शरद पवार गुट ने ज्यादा से ज्यादा सीटें लेने की रणनीति बनाई है|सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस आक्रामक रही है|उन्होंने शिवसेना ठाकरे गुट की कुछ सीटों पर भी दावा किया है|इसलिए सीट बंटवारे को लेकर विवाद होने की पूरी संभावना है|

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की वर्षा गायकवाड़ ने जीत हासिल की| शिवसेना ठाकरे गुट के तीन सांसद चुने गए| वर्षा गायकवाड़ इस बात पर जोर दे रही हैं कि मुंबई में कांग्रेस को ज्यादा से ज्यादा सीटें मिलें|कांग्रेस के पास मुंबई से चुनाव लड़ने के इच्छुक लोगों की बड़ी संख्या है|36 सीटों के लिए कांग्रेस के पास करीब 200 आवेदन आए हैं| इसके मुताबिक, कांग्रेस ने मुंबई में 15 से 18 सीटें हासिल करने पर जोर दिया है|इस 2019 के चुनाव में कांग्रेस ने मुंबई से चार सीटें जीती हैं। कांग्रेस के चार विधायक मुंबई में हैं|इनमें जीशान सिद्दीकी एनसीपी की राह पर हैं|

कांग्रेस ने मुंबई की 36 सीटों पर सर्वे कराया है|इस हिसाब से पार्टी की स्थिति 15 से 18 सीटों पर लड़ने की है|इनमें से कुछ निर्वाचन क्षेत्र शिवसेना ठाकरे समूह के नियंत्रण में हैं। मांग की गई है कि मागाठाणे, जोगेश्वरी पूर्व, चांदीवली, कुर्ला, माहिम, बायकुला सीटें कांग्रेस को दी जाएं|कांग्रेस की स्थिति यह है कि शिवसेना को यह निर्वाचन क्षेत्र कांग्रेस के लिए छोड़ देना चाहिए। चांदीवली निर्वाचन क्षेत्र कांग्रेस नेता नसीम खान का है।

पिछले चुनाव में वह मामूली अंतर से हार गये थे|इस समय मौजूदा विधायक दिलीप लांडे शिवसेना छोड़कर शिंदे गुट में शामिल हो गए हैं|इसलिए कांग्रेस ने इस सीट पर दावा किया है|ये कांग्रेस बायकुला सीट पर जोर दे रही है|इसके लिए कांग्रेस एक बार विधानसभा क्षेत्र छोड़ने को भी तैयार है|

मुंबई शिवसेना का गढ़ बनी हुई है|पिछले चुनाव में शिवसेना के 13 विधायक चुने गये थे|फिलहाल मुंबई में ठाकरे के 5 विधायक हैं| इसलिए उनमें से कुछ सीटों पर कांग्रेस का भी दावा है,लेकिन शिवसेना उद्धव बाला साहेब ठाकरे की पार्टी इस सीट पर चुनाव लड़ने पर अड़ी हुई है|इसलिए सीट बंटवारे को लेकर दोनों पार्टियों के बीच विवाद होने की पूरी संभावना है|जिन विधायकों ने विधायक उद्धव ठाकरे का साथ छोड़ा है, उनकी सीटें खाली हैं|इसलिए कहा जा रहा है कि कांग्रेस भी वहां की सीट पर चुनाव लड़ेगी|

हालांकि कांग्रेस ने इन सीटों पर दावा किया है, लेकिन शिवसेना ठाकरे समूह ने उन सीटों को खाली करने से साफ इनकार कर दिया है। इससे पता चल रहा है कि मुंबई की सीटों पर तनाव और नाराजगी का ड्रामा शुरू हो चुका है|मागाठाणे, जोगेश्वरी पूर्व, चांदीवली, कुर्ला, माहिम, भायखला शिवसेना के पारंपरिक निर्वाचन क्षेत्र बने हुए हैं। लेकिन इस क्षेत्र में कांग्रेस की भी ताकत है| इस सीट पर कई बार कांग्रेस और शिवसेना के बीच ऐसी ही टक्कर देखने को मिली है|

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