अविमुक्तेश्वरानंद पर आरोप लगाते हुए गोविंदानंद सरस्वती महाराज ने कहा, ये नरेंद्र मोदी के खिलाफ बयान दे रहें है, इन्हें कांग्रेस पार्टी प्रोत्साहन दे रही है। हिन्दू धर्म के खिलाफ राहुल गांधी ने दिए स्टेटमेंट का समर्थन इन्होने क्यूँ किया, उसका कारन यह पत्र है। कांग्रेस अविमुक्तेश्वरानंद को खिलौना बना कर खेल खेल रहा है।
दरसल कुछ दिनों से जोतिर्मठ के शंकराचार्य कहे जाने वाले अविमुक्तेश्वरानंद अपने बयानबाजी से चर्चा में चल रहें है। अविमुक्तेश्वरानंद ने कई बार कांग्रेस पार्टी और उसके नेता राहुल गाँधी के समर्थन में बयान दिए है। इसी के साथ अविमुक्तेश्वरानंद ने केदारनाथ के मंदिर से सोने के गायब होने की झूठी खबर भी फैलाई थी। ऐसे में अविमुक्तेश्वरानंद को उनके समर्थकों से प्रशंसा मिल रही है तो दूसरी तरफ आलोचक उन्हें बयानबाजी करने के ट्रोल कर रहें है।
अविमुक्तेश्वरानंद के उटपटांग बयानों पर कई साधुओं और संतो ने चिंता और खेद जताया था। कइयों ने तो आलोचना तक कर दी है। जबकि अखिल भारतीय अखाडा के साधु उनपर रामालय के लिए इक्कट्ठा किए सोने का हिसाब मांगते हुए उनपर आरोप भी लगा चुके हैं। इसी बीच गोविंदानंद सरस्वती महाराज ने अविमुक्तेश्वरानंद और कांग्रेस के बीच के रिश्तों को उजागर करने वाली बातें कहीं है।
गोविंदानंद सरस्वती ने कहा, अविमुक्तेश्वरानंद को कांग्रेस पार्टी बैकअप दे रही है।फिर उन्होंने एक लेटर को सामने रखकर कहा की यह कांग्रेस की प्रियंका गांधी ने अविमुक्तेश्वरानंद को शंकराचार्य सम्बोधित करते हुए लिखा है। उन्होंने सवाल किया, सुप्रीम कोर्ट में शंकराचार्य के पद को लेकर केस चल रहा है, सुप्रीम कोर्ट ने पद पर स्टे लगा दिया है ऐसे में प्रियंका गांधी ने अविमुक्तेश्वरानंद को शंकराचार्य कैसे घोषित कर सकती है? अब अविमुक्तेश्वरानंद यह पत्र सुप्रीम कोर्ट में देकर कहेंगे कांग्रेस पार्टी ने हमें शंकराचार्य मान लिया है। शंकराचार्य को कांग्रेस तय करेगी क्या?
जाते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नसीहत देते हुए कहा, सावधान रह जाइये प्रधानमंत्री जी, अविमुक्तेश्वरानंद के पीछे बहुत लोग काम कर रहे है।
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