मुंबई। 5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस अपना दम नहीं दिखा पाई। ऐसे में कांग्रेस को 2022 में होने वाले 6 राज्यों के विधानसभा और मुंबई मनपा चुनाव में भी खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। इनमें उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब व मणिपुर के साथ हिमाचल प्रदेश और गुजरात इन राज्यों में विधानसभा चुनाव होना हैं। पंजाब को छोड़कर बाकी सभी प्रदेशों में भाजपा की सरकार है। यूपी में कांग्रेस लंबे वक्त सत्ता से बाहर है। गुजरात में भी कांग्रेस की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। ज्यादातर स्थानीय नेता और विधायक कांग्रेस का हाथ छोड़कर भाजपा में शामिल हो चुके हैं।
वर्ष 2017 में युवाओं की जिस तिगड़ी के जरिए कांग्रेस ने भाजपा को 100 सीट कम पर रोकने में सफल रही थी, वह हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकोर और जिग्नेश मेवानी की तिगड़ी बिखर चुकी है। पटेल कांग्रेस में हैं, पर बहुत खुश नहीं हैं। उत्तराखंड में भी कांग्रेस ने अभी अपनी रणनीति साफ नहीं की है। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव हरीश रावत लगातार यह मांग कर रहे हैं कि पार्टी को अपना चेहरा घोषित कर चुनाव तैयारियां शुरू करनी चाहिए। इन चुनावों में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन से पंजाब में भी स्थिति बिगड़ सकती है। पार्टी की हार से जहां मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की मोलतोल की ताकत बढ़ी है। वहीं, नवजोत सिंह सिद्धू भी बहुत ज्यादा इंतजार करना नहीं चाहते। पार्टी ने जल्द कोई फैसला नहीं लिया तो पंजाब में भी सत्ता बरकरार रखना आसान नहीं होगा।
कांग्रेस के खराब प्रदर्शन से सोनिया गांधी नाराज
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को कांग्रेस सांसदों के साथ बैठक की. सोनिया गांधी ने चार राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश के हालिया विधानसभा चुनावों में पार्टी के प्रदर्शन को ‘निराशाजनक’ करार देते हुए कहा कि इस हार से सबक लेने चाहिए,कोरोना के हालात पर चर्चा के लिए बुलाई गई पार्टी सांसदों की डिजिटल बैठक में सोनिया ने यह भी कहा कि जल्द ही कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक होगी जिसमें असम, केरल, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और पुडुचेरी के चुनाव नतीजों की समीक्षा करने का काम हम करेंगे.