कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए गांधी परिवार 71 वर्षीय अशोक गहलोत के नाम को लेकर प्राथमिकता दे रहा है, लेकिन अशोक गहलोत मुख्यमंत्री का पद छोड़ना नहीं चाहते हैं। उन्हें डर है कि अगर उन्होंने मुख्यमंत्री का पद छोड़ दिया तो उनके प्रतिद्वंद्वी सचिन पायलट मुख्यमंत्री बन जाएंगे। 2020 में सचिन पायलट ने अपने समर्थक विधायकों के साथ बगावत का आह्वान करके सरकार को लगभग गिरा दिया था।
राजस्थान के उदयपुर में हुई तीन दिवसीय बैठक में कांग्रेस ने ‘एक व्यक्ति, एक पद’ का नियम अपनाया। इस बैठक में पार्टी में आंतरिक बदलाव और चुनाव पर चर्चा हुई।
राहुल गांधी के इस बयान से अशोक गहलोत के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है| क्योंकि अशोक गहलोत ने बुधवार को सोनिया गांधी से भी मुलाकात की थी| इस मौके पर बोलते हुए राहुल गांधी ने याद दिलाया कि कांग्रेस अध्यक्ष का पद एक वैचारिक पद होता है| उन्होंने कहा कि जो कोई भी कांग्रेस अध्यक्ष बनता है, उसे पता होना चाहिए कि वह एक विचारधारा, एक विश्वास प्रणाली और भारत की दृष्टि का प्रतिनिधित्व करता है।
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