इस साल अलीबाग-रायगढ़ जिले के 64 हजार 229 किसानों ने फसल बीमा के लिए पंजीकरण कराया है| इस साल राज्य सरकार ने 1 रुपये में फसल बीमा योजना की घोषणा की थी| इसलिए इस योजना को किसानों से काफी अच्छा रिस्पांस मिल रहा है| राज्य के अन्य हिस्सों की तुलना में कोंकण में फसल बीमा योजना को किसानों से ज्यादा प्रतिक्रिया नहीं मिल रही है| बीमा कंपनियों द्वारा दावों के भुगतान में बाधाएं, फसल बीमा लाभों के लिए दमनकारी मानदंड और राज्य के अन्य हिस्सों की तुलना में रायगढ़ जिले में उच्च फसल बीमा प्रीमियम दरें योगदान देने वाले कारक थे।
जिले के 64 हजार 229 किसानों ने फसल बीमा योजना के लिए पंजीयन कराया है। पिछले कुछ वर्षों में भारी बारिश, बाढ़, भूस्खलन, जलवायु में निरंतर परिवर्तन और अनियमित वर्षा ने कृषि घाटे की सीमा को बढ़ा दिया है। ऐसे में सरकार की ओर से दी गई मदद नाकाफी थी| इसी बात को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने इस साल से किसानों के लिए एक रुपये में फसल बीमा योजना शुरू की है, जिससे किसानों को बहुत ही कम दर पर फसल बीमा की सुरक्षा मिलेगी| इससे किसानों में फसल बीमा कराने की प्रवृत्ति बढ़ी है।
फसल बीमा कराने में रायगढ़ संभाग प्रदेश में तीसरे स्थान पर है। पिछले साल की तुलना में इस साल 817 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है| कृषि विभाग के योजनाबद्ध कार्य से जिला बड़ी मात्रा में फसल बीमा कराने में सफल हुआ है। इस साल राज्य सरकार ने किसानों को नुकसान से बचाने के लिए सिर्फ एक रुपये में फसल बीमा की घोषणा की थी| शेष बीमा राशि का भुगतान सरकार द्वारा किया जाएगा।
रायगढ़ जिले में पिछले वर्ष 2022 में मात्र 7 हजार 890 किसानों ने फसल बीमा कराया था। उस समय किसानों को बीमा की पूरी राशि चुकानी पड़ती थी। इतने सारे किसानों ने बीमा से मुंह मोड़ लिया था| इस साल किसानों को सिर्फ एक रुपये देकर फसल बीमा कवर मिलेगा| रायगढ़ जिले में फसल बीमा चोला मंडल बीमा कंपनी द्वारा प्रदान किया जायेगा। कृषि विभाग ने जगह-जगह शिविर लगाकर किसानों से फसल बीमा को लेकर अपील की। इसलिए, 64 हजार 229 किसानों ने बड़े पैमाने पर सरकार की इस फसल बीमा योजना पर प्रतिक्रिया दी है।
फसल बीमा योजना की वर्तमान स्थिति: खरीफ 2023 में जिले में कुल 64 हजार 229 किसानों ने फसल बीमा के लिए आवेदन किया है, जिनमें से 14 हजार 426 ऋणदाता किसान और 49 हजार 803 गैर-ऋणी किसान हैं। जिले में 27 हजार 155 हेक्टेयर क्षेत्र का बीमा किया गया है। 139 करोड़ की बीमा राशि बनी है और किसान ने एक रुपये की तरह 64 हजार 227 रुपये एकत्र किये हैं|
इस वर्ष जिले के अधिक से अधिक किसान फसल बीमा कराएं, इसके लिए कृषि विभाग ने विशेष माह का आयोजन किया| कृषि विभाग के अधिकारियों और क्षेत्रीय कर्मचारियों ने गांव गांव में सीएससी केंद्र प्रबंधक की मदद से शिविरों का आयोजन किया। किसानों की सुविधा के लिए कृषि विभाग ने मोबाइल एप के माध्यम से अपना पंजीकरण कराया है। बीमा कंपनी के साथ निरंतर अनुवर्ती कार्रवाई। समय-समय पर बैंक के साथ बैठक कर कर्जदारों एवं आदिवासी किसानों का फसल बीमा हेतु पंजीयन किया गया। इसका सकारात्मक असर दिख रहा है. -उज्वला बनखेले, जिला कृषि अधिकारी |
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