केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज छत्तीसगढ़ के बस्तर दौरे के दूसरे दिन नक्सली हमलों में शहीद हुए जवानों के परिजनों और हिंसा से प्रभावित नागरिकों से मुलाकात की| उन्होंने अमर वाटिका में शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि मैं शहीदों के बलिदान को सलाम करता हूं|अपनों को खोने वाले परिवारों के प्रति संवेदनाएं प्रकट करते हुए कहा कि शहीदों के बलिदान व्यर्थ नहीं जाएंगे|आपके दर्द को कम करना संभव नहीं है, लेकिन केंद्र और राज्य सरकार आपके साथ मजबूती से खड़ी है|
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने परिवारों को आश्वस्त किया कि उनके अपनों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा|उन्होंने कहा, “केंद्र और छत्तीसगढ़ सरकार दोनों आपके हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं|शहीदों की स्मृति को संजोने के लिए सरकार उनके गांवों में मूर्तियां स्थापित करेगी, ताकि आने वाली पीढ़ियां उनके बलिदान को याद रख सके|”
बता दें कि राज्य में सुरक्षाबलों पर माओवादियों द्वारा पिछले दो वर्षों में सबसे बड़ा हमला था और साल 2025 का पहला बड़ा हमला है। शाह ने आगे कहा कि इस दुख को शब्दों में व्यक्त करना असंभव है, लेकिन मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। हम मार्च 2026 तक भारत में नक्सलवाद को खत्म कर देंगे।
बता दें कि छत्तीसगढ़ में लगातार नक्सल ऑपरेशन से नक्सली बौखलाए हुए हैं जिसके चलते नक्सलियों ने जवानों को निशाना बनाया है। जवान नक्सल ऑपरेशन से वापस लौट रहे थे इस दौरान कुटरु मार्ग में नक्सलियों ने घात लगाकर आईईडी ब्लास्ट किया है।
मिली जानकारी के मुताबिक फोर्स ने पखांजूर ऑपरेशन में नक्सल ऑपरेशन को अंजाम देने के बाद वहां से वापस लौट रहे थे। इस दौरान नक्सलियों ने घात लगाकर आईईडी विस्फोट कर वाहन को उड़ा दिया। नक्सली आईडी ब्लास्ट में आठ जवान गंभीर रूप से घायल हैं। घायल जवानों को विमान से बस्तर लाया गया। घायल जवानों और बलिदान हुए जवानों की संख्या बढ़ भी सकती है। इस घटना के बाद दंतेवाड़ा से अतिरिक्त बल रवाना किया गया है।
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