अरविंद केजरीवाल दिल्ली के चुनावों में एंटी इंकम्बैंसी पर मात देने के लिए महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश की तर्ज पर ‘महिला सम्मान योजना’ की बात कर रहें है, जिसके तहत केजरीवाल ने 2100 रुपए देने की बात की है। हालांकि इस योजना पर वूमेन चाइल्ड डेवलपमेंट के जॉइंट डायरेक्टर द्वारा फर्जीवाड़े के खुलासे के बाद अरविंद केजरीवाल एक बड़े विवाद में फंस गए हैं। बीजेपी के नेताओं ने दिल्ली में योजना को लेकर हुए खुलासे के बाद केजरीवाल और आतिशी को घेर लिया है।
दिल्ली में केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने रजिस्ट्रेशन भी शुरू करा दिए गए थे। हालांकि दिल्ली सरकार के ही महिला व बालविकास विभाग ने केजरीवाल का भांडा फोड़ कर बताया है की ऐसी कोई योजना दिल्ली सरकार की ओर से लागू नहीं हुई है। इससे केजरीवाल और उनकी पार्टी निशाने पर आ गई है।
बता दें की, महिला बाल विकास विभाग की ओर से सार्वजनिक नोटीस में कहा गया है की, “यह स्पष्ट किया जाता है कि दिल्ली सरकार द्वारा ऐसी कोई योजना अधिसूचित नहीं की गई है।”
“इस बात पर जोर दिया जाता है कि चूंकि ऐसी कोई योजना अस्तित्व में नहीं है, इसलिए इस गैर-मौजूद योजना के तहत पंजीकरण के लिए फॉर्म/आवेदन स्वीकार करने का सवाल ही नहीं उठता। कोई भी निजी व्यक्ति/राजनीतिक दल जो इस योजना के नाम पर फॉर्म/आवेदन एकत्र कर रहा है या आवेदकों से जानकारी एकत्र कर रहा है, वह धोखाधड़ी कर रहा है और उसके पास कोई अधिकार नहीं है”
साथ ही विभाग ने लोगों को सावधान करते हुए कहा है की, योजना के नाम पर व्यक्तिगत विवरण जैसे बैंक खाता जानकारी, वोटर आईडी कार्ड, फ़ोन नंबर, आवासीय पता या कोई अन्य संवेदनशील जानकारी साझा करना सार्वजानिक डोमेन में जानकारी लिक होने का खतरा पैदा कर सकता है, जो अपराध/साइबर अपराध/बैंकिंग धोखाधड़ी/का कारण बन सकता है। इस स्थिती में नागरिक पूरी तरह से जोख़िम पर होंगे और इन्हें किसी भी तरह के परिणामों के लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
भाजपा नेताओं का केजरीवाल पर निशाना:
बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने केजरीवाल पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा- “केजरीवाल कितना बड़ा फ्रॉड कर रहे हैं दिल्ली की बहनों के साथ। एक तरफ केजरीवाल महिलाओं के फॉर्म भरवा रहे हैं, दूसरी तरफ दिल्ली सरकार का आज के अखबारों में नोटिस देखिए। दिल्ली सरकार खुद विज्ञापन दे रही है कि ऐसी कोई योजना नहीं और ये फॉर्म फर्जी हैं। वाह रे फर्जीवाल।”
बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा है, “आज दिल्ली की जनता इस खबर से हैरान है कि दिल्ली सरकार का विभाग विज्ञापन जारी कर रहा है कि ये धोखाधड़ी है और दिल्ली की जनता इससे सावधान रहे। ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है और ऐसी कोई योजना नहीं है। अरविंद केजरीवाल इतना नीचे गिर गए हैं कि वो दिल्ली की जनता को धोखा दे रहे हैं। अब ये बात सामने आ रही है कि जो लोग हस्ताक्षर कर रहे हैं उनके खातों से पैसे निकाले जा सकते हैं। आतिशी चुप क्यों हैं, वो मुख्यमंत्री हैं।”
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बता दें की इसी तरह अरविंद केजरीवाल द्वारा प्रचार की गई संजीवनी योजना पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की और से बयान आया है, जिसमें कहा गया है, “ये सूचित किया जाता है कि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार के पास आज तक कोई भी संजीवन योजना अस्तित्व में नहीं है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग ने न तो किसी स्वास्थ्य अधिकारी या किसी अन्य व्यक्ति को बुजुर्ग नागरिकों से ऐसी व्यक्तिगत जानकारी और डेटा एकत्र करने के लिए अधिकृत किया है, न ही विभाग इस संबंध में कोई कार्ड प्रदान कर रहा है।”
इसके बाद अब अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता जो लोगों से जो फॉर्म भरवा रहें है उस पर सवाल उठाने शुरू हुए है। बता दें की, अब तक महिला सम्मान के लिए शुरू हुई लाड़ली बहना योजना (मध्यप्रदेश) , लाडकी बहिण योजना (महाराष्ट्र), ने प्रदेश सरकारों को चुनाव में अच्छे नतीजे दिए है। हालांकि केजरीवाल ने ऐसी ही योजनाओं के तहत अपना भाग्य आजमाने की कोशिश की है, लेकीन दिल्ली में ऐसी योजना लागू किए बिना ही लोगों से फॉर्म भरवाने के बाद लोग ठगा हुआ महसूस कर रहें है।
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