दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को एक बार फिर कोर्ट से राहत नहीं मिली है। उन्हें पांच दिन की ईडी की रिमांड पर भेज दिया गया। गौरतलब है कि, ईडी की रिमांड खत्म होने के बाद सिसोदिया को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया। शुक्रवार को ईडी ने केस के तहत कई नए तथ्य रखते हुए सात दिन की रिमांड की मांग की थी, लेकिन कोर्ट ने सिर्फ पांच दिन की ही रिमांड दिया।
10 मार्च को राउज एवेन्यू कोर्ट ने 17 मार्च तक ईडी की हिरासत में भेज दिया था। सिसोदिया पर शराब घोटाले में आरोपी हैं। इससे पहले उन्हें सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। सीबीआई की रिमांड खत्म होने के बाद ईडी ने शराब नीति घोटाले में धन शोधन के आरोप में 9 मार्च को तिहाड़ जेल से गिरफ्तार किया था। ईडी ने यह भी बताया कि दिल्ली के एलजी की शिकायत के बाद मनीष सिसोदिया ने अपना फोन बदला।
इस दौरान ईडी ने अदालत को बताया कि सिसोदिया के मोबाईल और ईमेल के जरिये डाटा को रिकवर किया गया है जिसका विश्लेषण किया जा रहा है।ईडी ने यह भी बताया कि जब सिसोदिया से यह पूछा गया कि आपने बड़े पैमाने पर क्यों फोन बदले तो उन्होंने इसका जवाब नहीं दिया।जबकि सिसोदिया के वकील ईडी की रिमांड में भेजे जाने का विरोध किया। और कहा कि मनीष सिसोदिया के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं है। फिर ईडी किस आधार पर रिमांड की मांग कर रही है।
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