दिल्ली नगर निगम (MCD) के उपचुनावों में बुधवार (3 दिसंबर) को बीजेपी ने मजबूत प्रदर्शन किया, 12 में से 7 वार्ड अपने नाम किए। हालांकि पार्टी को दो ऐसे वार्डों में हार का सामना करना पड़ा, जिन्हें वह पहले अपने कब्ज़े में रखती थी। ये चुनाव फरवरी में हुए विधानसभा चुनावों के बाद दिल्ली में बीजेपी की पहली बड़ी चुनावी परीक्षा माने जा रहे थे।
चुनाव आयोग के अनुसार, आम आदमी पार्टी ने 3 वार्ड जीते, जबकि कांग्रेस और ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक ने एक-एक सीट पर कब्ज़ा जमाया। जहाँ 12 में से 9 वार्ड पहले भाजपा के पास थे, वहीं 3 वार्ड AAP के नियंत्रण में थे। सबसे बड़ा झटका भाजपा को नरेना और संगम विहार-A से लगा।
नरेना वार्ड में AAP प्रत्याशी रंजन अरोड़ा ने केवल 148 वोटों से भाजपा उम्मीदवार चंद्रकांता शिवानी को हराया। संगम विहार-A में कांग्रेस के सुरेश चौधरी ने भाजपा के सुभजीत गौतम को 12,766 वोटों के अंतर से मात दी, जबकि गौतम को 9,138 वोट मिले।
AAP ने मुडका (अनिल, 1,577 वोटों से) और दक्षिणपुरी (राम स्वरूप कनोजिया, 2,262 वोटों से) पर जीत दर्ज की। भाजपा ने शालीमार बाग-B, अशोक विहार, दीछांव कलां, ग्रेटर कैलाश और द्वारका-B सहित कई महत्वपूर्ण वार्डों पर मजबूत जीत हासिल की।
शालीमार बाग-B में अनीता जैन ने AAP की बबीता राणा को 10,000 से अधिक वोटों से हराकर सबसे बड़ी जीत दर्ज की। यह सीट मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के विधानसभा में जाने के बाद खाली हुई थी। अशोक विहार में बीजेपी की वीना असीजा ने कड़े मुकाबले में AAP की सीमा गोयल को 405 वोटों से मात दी।
द्वारका-B में बीजेपी की मनीषा रानी ने AAP की राज बाला को 9,100 वोटों से हराया। यह सीट पहले बीजेपी सांसद बनी कमलजीत सेहरावत के पास थी। चांदनी महल में ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक के मोहम्मद इमरान ने AAP उम्मीदवार मुदस्सर उस्मान को 4,692 वोटों से हराकर अप्रत्याशित जीत हासिल की।
उपचुनावों में मतदान प्रतिशत 38.51% रहा, जो 2022 के एमसीडी चुनावों के 50.47% मतदान से काफी कम था।
मतगणना के लिए कुल 10 केंद्र बनाए गए थे, जिनमें कंझावला, पीतमपुरा, भारत नगर, सिविल लाइंस, Rouse Avenue, द्वारका, नजफगढ़, गोल मार्केट, पुष्प विहार और मंडावली शामिल थे। ये नतीजे इस बात का संकेत हैं कि बीजेपी ने एमसीडी स्तर पर अपनी पकड़ बनाए रखी है, लेकिन कुछ पारंपरिक सीटों का फिसलना उसके लिए चेतावनी भी माना जा रहा है।
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