भाजपा विधायक गोपीचंद पडलकर और सदाभाऊ खोत अहिल्याबाई होलकर के जन्मदिन के मौके पर चौंडी जा रहे थे, लेकिन फिर पुलिस ने उन्हें वहां जाने से रोक दिया| उस वक्त एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और रोहित पवार ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया था| उसी से पडलकर ने राकांपा पर निशाना साधा था। उसके बाद पडलकर ने मांग की है कि अहमदनगर का नाम अहिल्या देवी रखा जाए।
ट्वीट में, पडलकर ने कहा कि एनसीपी के शरद पवार नवाब मलिक के संरक्षक हैं, जो मुंबई धमाकों के मास्टरमाइंड दाऊद के बहन के नजदीक रहे थे, जिसने मुंबई में सैकड़ों लोगों की जान ले ली थी। उन्होंने मुगल शैली में पुलिस बल का प्रयोग किया है।अहिल्याबाई के दर्शन से भक्तों को रोका है।
हिंदू राजमाता पुण्यश्लोक अहिल्यादेवींचा जन्म झाला त्या जिल्ह्याचे 'अहमदनगर' नाव बदलून 'अहिल्यादेवी नगर' करण्यात यावे.नामांतराचा निर्णय तातडीने घेऊन आपण काकांच्या रिमोट कंट्रोलवर चालणारे नसून स्वाभिमानी मुख्यमंत्री आहात हे सिद्ध कराल.जय अहिल्या,जय मल्हार…@CMOMaharashtra pic.twitter.com/51xIYlvp5U
— Gopichand Padalkar (@GopichandP_MLC) June 2, 2022
जब हिंदुस्तान मुस्लिम शासन के दौरान हिंदू मंदिरों को तोड़ा जा रहा था, अहिल्याबाई ने संस्कृति के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया, उन्होंने हिंदू संस्कृति को बचाया। अहिल्याबाई का जन्म अहमदनगर में हुआ था, इसलिए अहमदनगर का नाम बदलकर अहिल्या देवी कर देना चाहिए। पडलकर ने कहा होलकर शाही का सम्मान करें। इसलिए सरकार को इस संबंध में तुरंत निर्णय लेना चाहिए। अपने चाचा के रिमोट कंट्रोल पर चले बिना साबित करें कि आप एक स्वाभिमानी मुख्यमंत्री हैं|
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