नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी के केंद्रीय कैबिनेट में बिहार भाजपा के सीनियर नेता और राज्य सभा सदस्य सुशील मोदी को जगह नहीं मिली। माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश का आगामी विधानसभा चुनाव ने सुशील मोदी के राह का रोड़ा बन गया इसलिए उन्हें पीएम मोदी के कैबिनेट में शामिल नहीं किया गया। बता दें कि आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए उत्तर प्रदेश से मोदी कैबिनेट में यूपी से अनुप्रिया पटेल, कौशल किशोर, बीएल वर्मा, एसपी सिंह बघेल, पंकज चौधरी, भानु प्रताप वर्मा और अजय मिश्रा को शामिल किया गया है।
भाजपा जातीय गणित को साधने की पूरी कोशिश की है। उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए भाजपा कमर कस चुकी है।हाल ही में हुए जिला पंचायत चुनाव में बीजेपी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। वहीं, बिहार भाजपा के अंदर चल रहा विवाद सुशील मोदी के केन्द्र में मंत्री बनने की राह में बड़ा रोड़ा बना। सुशील मोदी के साथ ही भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के भी केन्द्र में मंत्री बनने की लगातार कोशिशें चल रही थी। सूत्रों का कहना है कि इसी आंतरिक विवाद में इस बार बिहार भाजपा को केंद्रीय कैबिनेट में जगह नहीं मिल पाई। भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष व मोहनलालगंज लोकसभा सीट से सांसद कौशल किशोर मोदी मंत्रिमंडल में शामिल हुए।
इसी तरह मिर्जापुर की सांसद व अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में मंत्री बनीं हैं। महराजगंज से भाजपा सांसद पंकज चौधरी को केंद्रीय राज्य मंत्री बनाया गया है। आगरा से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल (सत्य पाल सिंह बघेल) केंद्र सरकार में मंत्री बन गए हैं। जालौन-गरौठा-भोगनीपुर संसदीय सीट से पांचवीं बार सांसद चुने गए भानु प्रताप वर्मा को मोदी सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। भानु बुंदेलखंड से अकेले मंत्री हैं।लखीमपुर खीरी से सांसद अजय मिश्र टेनी मोदी मंत्रिमंडल में शामिल हुए हैं। उन्हें केंद्र सरकार में राज्य मंत्री बनाया गया है। राज्यसभा सांसद बीएल वर्मा भी मोदी मंत्रिमंडल में शामिल हुए हैं। बदायूं के उझानी ब्लाक के ज्योरा पारवाला गांव के रहने वाले बीएल वर्मा 1980 में आरएसएस के खंड कार्यवाह रहे थे।