​श्रीलंका के प्रधानमंत्री के रूप में दिनेश गुणवर्धने​ ने संभाला पदभार ​

​गुणवर्धने की महाजन एकथ पेरामुना (एमईपी) पार्टी 1956 में तत्कालीन सत्तारूढ़ गठबंधन में भाग लेने वाली पहली पार्टी थी। गुणवर्धने ने 1983 में कोलंबो के एक उपनगर महारागामा की सीट जीतने के बाद संसद में प्रवेश किया और 1994 तक मुख्य विपक्षी नेता के रूप में कार्य किया है।

​श्रीलंका के प्रधानमंत्री के रूप में दिनेश गुणवर्धने​ ने संभाला पदभार ​

श्रीलंका इस समय गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहा है और राजनीतिक घटनाक्रम भी ​तेजी से बदल रहा है। हाल ही में रानिल विक्रमसिंघे ने राष्ट्रपति का पद ग्रहण किया है। राजपक्षे परिवार के एक वरिष्ठ नेता और करीबी रिश्तेदार दिनेश गुणवर्धने को शुक्रवार 22 जुलाई को श्रीलंका के प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था। साथ ही कल प्रधानमंत्री समेत कैबिनेट के 18 सदस्यों का शपथ ग्रहण समारोह भी हुआ|

संसद सदस्यों ने बुधवार को रानिल विक्रमसिंघे को राष्ट्रपति के रूप में चुना, जब गोटबाया राजपक्षे को जनता के असंतोष के कारण राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देना पड़ा। 73 वर्षीय विक्रमसिंघे के राष्ट्रपति बनने के बाद प्रधानमंत्री का पद रिक्त हो गया। उसके बाद, दिनेश गुणवर्धने को प्रधान मंत्री के रूप में चुना गया। कैबिनेट में प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धन के अलावा 17 अन्य मंत्री हैं। पूर्व वित्त मंत्री अली साबरी को विदेश मंत्री का पद दिया गया है।

​गुणवर्धने की महाजन एकथ पेरामुना (एमईपी) पार्टी 1956 में तत्कालीन सत्तारूढ़ गठबंधन में भाग लेने वाली पहली पार्टी थी। गुणवर्धने ने 1983 में कोलंबो के एक उपनगर महारागामा की सीट जीतने के बाद संसद में प्रवेश किया और 1994 तक मुख्य विपक्षी नेता के रूप में कार्य किया है।
गुणवर्धने पहली बार 2000 में कैबिनेट में शामिल हुए थे। उन्होंने 2015 तक कैबिनेट में महत्वपूर्ण कार्य किये।​ 73 वर्षीय दिनेश गुणवर्धने को अप्रैल में पूर्व राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के कार्यकाल के दौरान गृह मंत्री का पद दिया गया था। उन्होंने विदेश मंत्री और शिक्षा मंत्री के रूप में भी जिम्मेदारियां निभाई हैं।
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