शिरडी में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के शरद पवार गुट द्वारा आयोजित एक शिविर में राम के बारे में जितेंद्र आव्हाड का बयान विवाद का केंद्र बन गया। इस बयान के बाद खुद पवार गुट के नेताओं के बीच मतभेद सामने आ गया|आव्हाड के बयान के बाद अगले दिन हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में देखा गया कि रोहित पवार के ट्वीट से आव्हाड को ठेस पहुंची है| रोहित पवार युवा हैं और विधायक के तौर पर नये हैं, मैं उन्हें ज्यादा महत्व नहीं देता, अब तक आव्हाड ने अपना गुस्सा जाहिर किया था| विदेश गए रोहित पवार ने आज महाराष्ट्र आकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की और पिछले दो-तीन दिनों से चल रहे घटनाक्रम पर विस्तार से टिप्पणी की| इस दौरान उन्होंने अवाद के साथ विवाद पर भी अपना पक्ष रखा|
किसानों की समस्या विकराल हो गई है| सरकार की तरफ से कोई टिप्पणी नहीं आई है और जब अवाद ने भगवान-धर्म पर बयान दिया तो सरकार को मुद्दा मिल गया| वे आम आदमी के मुद्दे पर बात करने के बजाय इस मुद्दे पर आंदोलन करते नजर आ रहे हैं|भाजपा को इस बात से फायदा हो रहा है कि धर्म एक व्यक्तिगत मामला है और इस पर सार्वजनिक रूप से चर्चा नहीं की जानी चाहिए| मुझे जो सही और ग़लत लगता है, मैं बोलता हूँ। मैं मन और चेहरे को अलग नहीं करता| इस माहौल में अवाद का बयान उचित नहीं लगा, इसलिए मैंने बोला| इसके बाद उन्होंने खुद मेरे बारे में बात की है|’ साथ ही, उन्होंने अपने बयान के लिए माफ़ी भी मांग ली है, इसलिए यह मामला हमारे लिए ख़त्म हो गया है”, रोहित पवार ने इस समय कहा।
मैं ईडी से नहीं डरता: ईडी की कार्रवाई पर बात करते हुए रोहित पवार ने कहा कि कल सुबह (5 जनवरी) मेरी कंपनी के खिलाफ कार्रवाई हुई और मैं शाम को भारत आ गया| अगर कुछ गड़बड़ होती तो मैं नहीं आता| पहले जब उनके खिलाफ ऐसी कार्रवाई हुई थी तो वे या तो दिल्ली चले गये थे या उसके बाद हमने सत्ता परिवर्तन देखा है| मैं बिल्कुल भी चिंतित नहीं हूं और इससे मुझे कोई सहानुभूति नहीं है| ईडी के अधिकारी आते हैं और जो उन्हें बताया जाता है उसके अनुसार जांच करते हैं। लेकिन ईडी और हमारे बीच की कुछ बातें मीडिया में कैसे आईं? मेरे सामने यही सवाल है| ऐसा लगता है कि कुछ लोग इसमें राजनीति करना चाहते हैं|
गृह मामलों पर ध्यान दें फडणवीस गृह मंत्री देवेन्द्र फडणवीस की आलोचना करते हुए रोहित पवार ने कहा कि आप जिस जिले के दौरे पर हैं, वहां दिनदहाड़े हत्याएं हो रही हैं| उस पर देवेन्द्र फडणवीस को ध्यान देना चाहिए| पूरे भारत में आज महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब है| मुझे लगता है कि देवेन्द्र फडणवीस पर काम का बोझ बढ़ गया है|
मोदी सरकार का एक्शन: सोमालिया में फंसे 15 भारतीयों की वापसी तय