भारत और बेल्जियम के बीच हिंद-प्रशांत क्षेत्र में रक्षा सहयोग को मजबूत करने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बेल्जियम की राजकुमारी एस्ट्रिड और रक्षा मंत्री थियो फ्रेंकेन से मुलाकात की। बैठक में दोनों देशों के बीच रक्षा संबंधों को और मजबूत करने के संभावित अवसरों पर चर्चा की गई।
बैठक में हिंद-प्रशांत क्षेत्र के अलावा अन्य रक्षा मुद्दों पर भी विचार-विमर्श हुआ, विशेष रूप से समुद्री सुरक्षा और सहयोग पर ध्यान दिया गया। दोनों पक्षों ने रक्षा औद्योगिक भागीदारी को विस्तार देने के उपायों पर चर्चा की। राजनाथ सिंह ने बेल्जियम के रक्षा क्षेत्र में निवेश का स्वागत करते हुए सुझाव दिया कि बेल्जियम की कंपनियां भारत में अपनी उपस्थिति बढ़ा सकती हैं। इसके तहत, वे भारतीय आपूर्तिकर्ताओं को अपनी सप्लाई चेन का हिस्सा बना सकती हैं, जिससे दोनों देशों को लाभ होगा।
भारत और बेल्जियम ने रक्षा क्षेत्र में एक संस्थागत सहयोग तंत्र विकसित करने पर भी सहमति व्यक्त की, जिससे दीर्घकालिक रक्षा साझेदारी को मजबूती मिलेगी। साथ ही भारत की यूरोपीय देश के साथ साझेदारी से हिंद-प्रशांत महासागर में रक्षा मजबूत हो सकती है।
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इससे पहले, 28 फरवरी को नई दिल्ली में केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ और यूरोपीय आयोग के रक्षा और अंतरिक्ष आयुक्त एंड्रियस कुबिलियस के बीच भी एक अहम बैठक हुई थी। इस बैठक में भारत और यूरोपीय संघ के बीच रक्षा और सुरक्षा सहयोग पर चर्चा की गई, जिसमें हिंद-प्रशांत क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा और सूचना साझाकरण को प्राथमिकता दी गई है।
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