वर्तमान में राज्य की राजनीति में तेजी से विकास देखने को मिल रहा है। चुनाव आयोग ने धनुष-बाण चिन्ह पर रोक लगा दी है। इससे ठाकरे गुट बुरी तरह प्रभावित हुआ है|दूसरी ओर, ठाकरे समूह और शिंदे समूह शिवसेना के नाम का भी उपयोग नहीं कर सकते हैं।
इसलिए दोनों समूहों द्वारा चुनाव आयोग को चुनाव चिन्ह के लिए तीन विकल्प और नाम के लिए तीन विकल्प प्रस्तुत किए गए हैं। इन सभी घटनाक्रमों की पृष्ठभूमि में ठाकरे समूह के नेता संजय राउत ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है। अब तक कई पार्टी सिंबल फ्रीज किए जा चुके हैं। संजय राउत ने कहा है कि नया चुनाव चिन्ह शिवसेना के लिए क्रांति लाएगा।
पार्टी का धनुष-बाण चिन्ह फ्रिज के बाद पहली बार संजय राउत ने प्रतिक्रिया दी है| नये लोग शिवसेना में क्रांति लाएंगे, हम भविष्य में और सक्षम होंगे। संजय राउत ने कहा है कि इससे पहले भी कई पार्टियों के चुनाव चिन्ह फ्रीज किए जा चुके हैं|
दोनों गुटों ने एक ही चुनाव चिह्न का दावा करने के बाद चुनाव आयोग ने धनुष-बाण पर रोक लगा दी है| चूंकि धनुष और तीर के प्रतीक को फ्रीज कर दिया गया है, इसलिए इस प्रतीक का उपयोग किसी भी गुट द्वारा नहीं किया जा सकता है। लेकिन अब चुनाव आयोग के इस फैसले के खिलाफ ठाकरे समूह ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है|
ठाकरे समूह की ओर से दिल्ली उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की गई है। जानकारी सामने आ रही है कि याचिका पर कल सुनवाई होगी. देखा जा रहा है कि धनुष के फ्रिज होने के बाद से ठाकरे के समर्थक आक्रामक हो गए हैं| पुणे में जोरदार पोस्टर कैंपेन चल रहा है|
यह भी पढ़ें-