कर्नाटक की राजनीति में हलचल मचाने वाली बड़ी कार्रवाई में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार(22 अगस्त) को कांग्रेस विधायक केसी वीरेंद्र के घर और अन्य ठिकानों पर छापेमारी की। इस कार्रवाई में जांच एजेंसी ने 12 करोड़ रुपये नकद और करीब 6 करोड़ रुपये की ज्वैलरी बरामद की है। यह छापेमारी मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े एक गैरकानूनी ऑनलाइन सट्टेबाजी केस की जांच के तहत की गई। ईडी ने न केवल कर्नाटक बल्कि राजस्थान, महाराष्ट्र और गोवा में भी एक साथ कई ठिकानों पर रेड मारी।
ईडी अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई कांग्रेस विधायक वीरेंद्र और उनके भाई के खिलाफ चल रही जांच का हिस्सा है। वीरेंद्र पर किंग 567, पप्पी के003 और रत्ना गेमिंग जैसे ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म चलाने का आरोप है। वहीं, उनके भाई पर दुबई से डायमंड साफ्टेक, TRS टेक्नोलॉजी और प्राइम9 टेक्नोलॉजी नाम की कंपनियों के संचालन का आरोप है। इन संस्थाओं के जरिए सट्टेबाजी और हवाला नेटवर्क चलाने का संदेह जताया गया है।

गौरतलब है कि केसी वीरेंद्र कांग्रेस के टिकट पर चित्रगुप्ता विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे। ईडी का कहना है कि वीरेंद्र और उनके परिवार के ठिकानों से मिले सबूत मनी लॉन्ड्रिंग की ओर इशारा करते हैं। इसके पहले शुक्रवार को भी ईडी ने उनके ठिकानों पर छापेमारी की थी। एजेंसी ने दावा किया कि वीरेंद्र से जुड़ी कंपनियां कॉल सेंटर सेवाओं और गेमिंग कारोबार से जुड़ी हुई हैं, जिनसे भारी पैमाने पर काले धन का लेन-देन किया गया।
कर्नाटक के अलावा ईडी ने राजस्थान के जोधपुर, मुंबई और गोवा के कैसिनो—ओशन रिवर्स और बिग डैडी—पर भी छापेमारी की। माना जा रहा है कि इन ठिकानों से बड़े पैमाने पर मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध सट्टेबाजी नेटवर्क से जुड़े दस्तावेज मिले हैं।
ईडी की इस कार्रवाई ने कर्नाटक की राजनीति में हलचल बढ़ा दी है और कांग्रेस विधायक वीरेंद्र पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब एजेंसी की अगली कार्रवाई पर सभी की निगाहें टिकी हैं।
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