मंत्री छगन भुजबल ने कहा कि मराठा समाज को कुनबी प्रमाणपत्र देना ओबीसी को पिछले दरवाजे से प्रवेश देने जैसा है| इस पर मंत्री शंभुराज देसाई ने प्रतिक्रिया दी है| छगन भुजबल का बयान हैरान करने वाला है| कैबिनेट बैठक में हमने मिलकर निर्णय लिया| तो, आपके सहकर्मी भिन्न कैसे हो सकते हैं?
शंभुराज देसाई ने मीडिया से बातचीत करते समय सवाल उठाया|छगन भुजबल ने यह भी कहा कि ‘मनोज जरांगे-पाटिल को उन पूर्व न्यायाधीशों पर कोई भरोसा नहीं है जो उन्हें ‘सर सर’ कहते हैं।’ इस बारे में पूछे जाने पर शंभूराज देसाई ने कहा, ”सरकार के अनुरोध के बाद पूर्व न्यायाधीश जरांगे-पाटिल से मिलने गए थे, लेकिन यह सही नहीं है कि सरकार के मंत्री पूर्व न्यायाधीशों के दौरे पर आपत्ति जता रहे हैं|’
‘ओबीसी आरक्षण से नहीं लगेगा झटका’: ‘ओबीसी समाज को कहीं भी गलत समझने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। कहीं भी ओबीसी समाज के आरक्षण से छेड़छाड़ नहीं की जाएगी। इसे एकनाथ शिंदे ने समझाया है| छगन भुजबल को इस तरह के बयान देकर जाति के लोगों के बीच भ्रम पैदा नहीं करना चाहिए।”
“भुजबल को भड़कीले बयान देकर स्थिति को खराब नहीं करना चाहिए”: “छगन भुजबल को भड़कीले बयान देने की आदत है। मुख्यमंत्री ने राज्य की स्थिति को ठीक से संभाला है| सारी समस्याएं रास्ते में हैं। शंभुराज देसाई ने यह भी कहा कि भुजबल को इस तरह के भड़कीले बयान देकर स्थिति को खराब नहीं करना चाहिए|
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