“पत्रा चॉल घोटाले में शरद पवार की जांच करें”, अतुल भातखलकर ने की मांग

चार्जशीट में यह भी उल्लेख किया गया है कि संजय राउत, म्हाडा के अधिकारी और अन्य ने इसमें भाग लिया। अब ​भाजपा​​ विधायक अतुल भातखलकर ने एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार पर निशाना साधा है​|​​

“पत्रा चॉल घोटाले में शरद पवार की जांच करें”, अतुल भातखलकर ने की मांग

"Invest Sharad Pawar in Patra Chawl scam", Atul Bhatkhalkar demands

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दावा किया है कि शिवसेना सांसद संजय राउत शुरू से ही पत्रा चॉल में 1039 करोड़ रुपये के गबन में शामिल थे। ईडी ने हाल ही में इस मामले में चार्जशीट दाखिल की है|चार्जशीट के अनुसार पत्रा चॉल के पुनर्विकास को लेकर तत्कालीन केंद्रीय कृषि मंत्री और तत्कालीन मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में 2006-07 में दो बैठकें हुई थीं|
चार्जशीट में यह भी उल्लेख किया गया है कि संजय राउत, म्हाडा के अधिकारी और अन्य ने इसमें भाग लिया। अब भाजपा​​ विधायक अतुल भातखलकर ने एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार पर निशाना साधा है|​​

अतुल भातखलकर ने ​अपने ​ट्वीट में​ कहा कि ​​​पत्रा​ चॉल मामले में भ्रष्टाचार की गंभीरता​​ को देखते हुए संजय राउत इसमें छलांग लगाने वाले नहीं हैं|​​ यह भ्रष्टाचार बड़े सत्तारूढ़ राजनेताओं के समर्थन के बिना असंभव होता। ईडी की चार्जशीट में शरद पवार का नाम है|​​ इस मामले में उनकी जांच होनी चाहिए|​ ​

पत्रा​ चॉल पुनर्विकास में संजय राउत सीधे तौर पर शामिल थे। ​शिवसेना नेता ​राउत शुरू से ही सब कुछ काम करने में लगे हुए हैं। ​​पत्रा​ चॉल के पुनर्विकास को लेकर वर्ष 2006-07 में तत्कालीन केंद्रीय कृषि मंत्री और तत्कालीन मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में दो बैठकें हुई थीं। इसमें संजय राउत, म्हाडा के अधिकारी और अन्य ने भाग लिया।

उसके बाद राकेश बधवान शामिल हुए। इस मामले में नियंत्रण बनाए रखने के लिए संजय राउत ने मेसर्स गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को प्रवीण राउत का मोहरा बनाया| ईडी द्वारा दायर चार्जशीट में कहा गया है|​ ​

यह भी पढ़ें-

‘लम्पी’ बीमारी​: ​भाजपा​​ का ​जोरदार​ प्रदर्शन​, ​सरकार​ के खिलाफ नारेबाजी ​

Exit mobile version