विगत कई दिनों से दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले और आदेश वेबसाइट पर सार्वजनिक किए जा रहे थे|लेकिन अब मामले की सुनवाई के दौरान वकील और जज द्वारा बोले गए हर वाक्य को भी सार्वजनिक किया जाएगा|इसे सुप्रीम कोर्ट का अहम कदम माना जा रहा है। इसकी शुरुआत महाराष्ट्र में सत्ता संघर्ष के मामले से हुई। सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र सत्ता संघर्ष मामले में पांच जजों की संविधान पीठ के समक्ष पहले दिन की दलीलें जारी कर दी हैं।
यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की मदद से किया जाएगा। सुनवाई के दौरान बोले गए हर वाक्य को टेरेस नाम की कंपनी लिखित रूप में उपलब्ध कराएगी। सुनवाई के दौरान पांच जजों की संविधान पीठ के सामने एक स्क्रीन लगाई गई है| वकीलों की दलीलें, मुख्य न्यायाधीश की टिप्पणी इस स्क्रीन पर पढ़ी जा सकती है। महाराष्ट्र सत्ता संघर्ष की सुनवाई के बाद कल 64 पेज की पीडीएफ जारी की गई है।
कानून और न्याय शास्त्र के छात्रों को मिलेगा: महाराष्ट्र सत्ता संघर्ष की सुनवाई की शुरुआत में चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ ने वकीलों को इस बारे में जानकारी दी है| कोर्ट में मौजूद सभी वकील स्क्रीन पर सुनवाई के दौरान क्या होता है पढ़ सकेंगे| चंद्रचूड़ ने कहा कि इन बातों को भविष्य में रिकॉर्ड के तौर पर रखा जाएगा| इसका लाभ कानून और न्याय शास्त्र की पढ़ाई कर रहे छात्रों को मिलेगा। ये सभी दलीलें सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर अपलोड की जाएंगी।
फैसले का स्वागत: मुख्य न्यायाधीश की घोषणा के बाद वकील कपिल सिब्बल, सॉलिसिटर जनरल मेहता समेत कोर्ट में मौजूद सभी वकीलों ने फैसले का स्वागत किया है. महाराष्ट्र सत्ता संघर्ष की सुनवाई के बाद से यह सुविधा पायलट आधार पर शुरू की गई है। जल्द ही इस तरीके का इस्तेमाल सभी सुनवाईयों के लिए किया जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही का सीधा प्रसारण: सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही का भी सीधा प्रसारण किया जाता है। यह देश के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है और लोग अब अपने घरों से सीधे सुनवाई देख सकते हैं| महाराष्ट्र में सत्ता संघर्ष की सुनवाई से यानी 27 सितंबर 2022 से बनाया गया था|
यह भी पढ़ें-
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन: मुंबई-सोलापुर ट्रेन के समय में होगा बदलाव !