विदेश मंत्री एस. जयशंकर (ईएएम) 4 से 9 मार्च तक यूनाइटेड किंगडम और आयरलैंड की यात्रा पर रहेंगे। विदेश मंत्रालय (एमईए) ने सोमवार को इसकी घोषणा की। मंत्रालय के बयान के अनुसार, “भारत और ब्रिटेन के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी है, जो विभिन्न क्षेत्रों में मजबूत हो रही है।
बता दें कि अपनी यात्रा के दौरान, विदेश मंत्री अपने ब्रिटिश समकक्ष, विदेश सचिव डेविड लैमी के साथ चर्चा करेंगे और अन्य प्रमुख हस्तियों के साथ-साथ भारतीय समुदाय के सदस्यों से भी मुलाकात करेंगे।”
बयान में यह भी कहा गया कि “भारत और आयरलैंड के बीच सौहार्दपूर्ण द्विपक्षीय संबंध हैं, जो साझा लोकतांत्रिक मूल्यों, सांस्कृतिक संबंधों और बढ़ते आर्थिक सहयोग पर आधारित हैं। 6-7 मार्च को आयरलैंड प्रवास के दौरान, विदेश मंत्री अपने आयरिश समकक्ष साइमन हैरिस, अन्य प्रमुख नेताओं और भारतीय समुदाय के सदस्यों से भेंट करेंगे। यह यात्रा ब्रिटेन और आयरलैंड दोनों के साथ भारत के संबंधों को और प्रगाढ़ बनाएगी।”
पिछले नवंबर में रोम में जी-7 विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान जयशंकर और ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी की मुलाकात हुई थी। यह बैठक इटली द्वारा आयोजित जी-7 सम्मेलन के आउटरीच सत्र से पहले हुई थी, जिसमें भारत को अतिथि देश के रूप में आमंत्रित किया गया था।
इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने रियो डी जेनेरियो में जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान मुलाकात की थी। दोनों नेताओं ने भारत-ब्रिटेन की व्यापक रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने की प्रतिबद्धता दोहराई थी।
यूनाइटेड किंगडम के बेलफास्ट और मैनचेस्टर में भारत के दो नए महावाणिज्य दूतावास खोलने की घोषणा करते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने स्टारमर के साथ अपनी बैठक को ‘बेहद उपयोगी’ बताया था।
बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “भारत के लिए ब्रिटेन के साथ व्यापक रणनीतिक साझेदारी अत्यंत महत्वपूर्ण है। आने वाले वर्षों में, हम प्रौद्योगिकी, हरित ऊर्जा, सुरक्षा, नवाचार और व्यापार के क्षेत्रों में मिलकर काम करने के लिए तत्पर हैं। साथ ही, हम सांस्कृतिक संबंधों को भी और सशक्त बनाना चाहते हैं।”
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