राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना पार्टी प्रमुख ने बुधवार को बीकेसी में पार्टी नेताओं की बैठक की | इस सभा में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ ही उद्धव ठाकरे ने भी भाजपा की आलोचना की। अपने भाषण के दौरान, उन्होंने मुंबई नगर निगम चुनाव से लेकर एकनाथ शिंदे तक शिवसेना में खड़ी खाई को तोड़ने और भाजपा के साथ सरकार बनाने की पहल करने तक सब कुछ उल्लेख किया।
लेकिन इस भाषण के दौरान भाजपा विधायक नितेश राणे ने उद्धव ठाकरे के एक बयान पर अपना रोष व्यक्त करते हुए गुस्सा जाहिर किया, अगर उन्हें कान के नीचे नहीं मारा तो पूजा क्यों? ऐसा बयान दिया गया है। नितेश राणे कहा कि वे अपने बयान में इसका जिक्र करते हुए उन्हें सही तारीख याद नहीं आ रही थी। इसलिए वे मंच पर बैठे अन्य नेताओं को पीछे मुड़कर देखते हैं और सवाल पूछते हैं कि क्या शिव जयंती पर इसका अनावरण किया गया था या किसी अन्य तारीख को। तभी किसी ने उनसे कहा कि इसका अनावरण 1 मई को हुआ था।
यांना कानाखाली नाही मारायची मग काय यांची पुजा करायची?
नालायक!! pic.twitter.com/UWkL25Uh0f— nitesh rane (@NiteshNRane) September 21, 2022
नितेश राणे ने कहा कि हम नहीं जानते कि आप में से कितने लोगों ने दूसरी तरफ से आते हुए देखा है, लेकिन उन्होंने ठाकरे के हमने मुंबा देवी का बड़ा चेहरा है के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मुंबा देवी हमारी मुंबा मां हैं। उन्होंने विपक्ष को आगाह करते हुए कहा, ‘राजनीति में हमारी मां पर हमला करने के लिए आने वाले किसी भी व्यक्ति को हम नहीं छोड़ेंगे।
नितेश राणे के पिता यानी केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को पिछले साल तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बारे में उनके बयान के कारण 24 अगस्त को संगमेश्वर में गिरफ्तार किया गया था|गिरफ्तारी तब हुई जब नारायण राणे ने एक बयान दिया कि तत्कालीन सीएम उद्धव ठाकरे को एक भाषण के दौरान भारत की स्वतंत्रता के वर्ष का गलत उल्लेख करने के मुद्दे पर उनकी बात सुननी चाहिए थी।
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