प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हरियाणा के पूर्व कांग्रेस विधायक धरम सिंह छोकर को ₹1,500 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया है। 61 वर्षीय छोकर को रविवार(4 मई) को दिल्ली के एक होटल से हिरासत में लिया गया और उन्हें सोमवार को गुरुग्राम की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा।
यह मामला गुरुग्राम के सेक्टर 68, 103 और 104 में सस्ते आवास परियोजनाओं से जुड़ा है, जहां महिरा ग्रुप की कंपनियों ने 3,700 से अधिक खरीदारों से ₹616 करोड़ एकत्र किए, लेकिन समय पर फ्लैट नहीं सौंपे। ED की जांच में पाया गया कि इन फंड्स का दुरुपयोग किया गया और व्यक्तिगत खर्चों में लगाया गया।
धरम सिंह छोकर के बेटे सिकंदर सिंह को पिछले साल इसी मामले में गिरफ्तार किया गया था और वह फिलहाल जमानत पर हैं, जबकि दूसरे बेटे विकास छोकर अभी भी फरार हैं। गुरुग्राम की विशेष PMLA अदालत ने धरम सिंह और विकास के खिलाफ कई गैर-जमानती वारंट जारी किए हैं और उन्हें 19 मई को अदालत में पेश होने का आदेश दिया है।
ED ने छोकर परिवार और उनकी कंपनियों की ₹44 करोड़ की संपत्तियां जब्त की हैं, जिनमें दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद और पानीपत में स्थित 13 अचल संपत्तियां और ₹96 लाख की चल संपत्तियां शामिल हैं।
धरम सिंह छोकर ने 2009 में हरियाणा जनहित कांग्रेस से चुनाव जीतकर राजनीति में प्रवेश किया था और बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए। वह समालखा विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक रह चुके हैं और 2024 के चुनावों में पुनः चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन पिछले साल चुनाव हार गए।
यह गिरफ्तारी हरियाणा में राजनीतिक हलकों में हलचल पैदा कर सकती है, विशेष रूप से कांग्रेस पार्टी के लिए, जो आगामी चुनावों की तैयारी में जुटी है।
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