पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार को बैंकों से करोड़ों की धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी लखनऊ के न्यू हैदराबाद स्थित उनके आवास से हुई, जहां सुबह-सुबह ED की टीम ने छापेमारी की कार्रवाई की थी। इस मामले में एजेंसी ने गोरखपुर, लखनऊ और नोएडा समेत कुल 10 ठिकानों पर एक साथ रेड डाली।
विनय शंकर तिवारी पर आरोप है कि उन्होंने बैंकिंग प्रणाली का दुरुपयोग करते हुए फर्जीवाड़े और वित्तीय अनियमितताओं को अंजाम दिया। जांच एजेंसी का कहना है कि तिवारी ने विभिन्न बैंकों से ऋण लेकर उसे ठिकाने लगाने की साजिश रची थी और भारी वित्तीय घोटाले में संलिप्त पाए गए। इससे पहले ED ने उनकी कई संपत्तियों को जब्त भी किया था।
गिरफ्तारी के बाद विनय शंकर तिवारी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। ED अधिकारियों का कहना है कि उनके खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य मिलने के बाद यह कार्रवाई की गई। एजेंसी अब मामले से जुड़े अन्य व्यक्तियों की भूमिका की जांच में जुटी है और कुछ और गिरफ्तारियों की संभावना जताई जा रही है।
बता दें कि विनय शंकर तिवारी पूर्व मंत्री और कद्दावर नेता हरिशंकर तिवारी के बेटे हैं। उनकी गिरफ्तारी को लेकर सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है। ED की कार्रवाई को लेकर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी सामने आने लगी हैं। एजेंसी आने वाले दिनों में मामले से जुड़े और दस्तावेजों की पड़ताल करेगी, जिससे यह घोटाला और किस-किस तक पहुंचता है, इसका खुलासा हो सकेगा।
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