नई दिल्ली। जमीन हड़पने के आरोप में कुर्सी गंवाने वाले तेलंगाना के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री एटाला राजेंद्र ने शनिवार को हुजूराबाद विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने राज्य विधानसभा अध्यक्ष पोचाराम श्रीनिवास रेड्डी को अपना इस्तीफा सौंपा। बताया जा रहा है कि दिल्ली में सोमवार भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर सकते हैं। इससे पहले ही तेलंगाना राष्ट्र समिति की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे चुके हैं। जानकारी के अनुसार, 2 मई को एटाला राजेंद्र पर जमीन हड़पने के आरोपों के बाद राज्य मंत्रिपरिषद से बर्खास्त कर दिया गया था।
इसके बाद सीएम चंद्रशेखर राव ने आरोपों पर राजेंद्र के खिलाफ जांच का आदेश दिया था।जिसके बाद उन्हें अपने पद से हाथ धोना पड़ा था। वे स्वास्थ्यय मंत्रालय संभाल रहे थे। क्या है मामला: कुछ किसानों ने मेडक जिले के अचमपेट और हकीमपेट में लगभग 20 एकड़ जमीन हड़पने का आरोप राजेंद्र पर लगाया था। हालांकि, एटाला ने अपनी सफाई में कहा था कि उनके ऊपर जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वह जनता में उन्हें बदनाम करने के लिए पूर्व नियोजित हैं। उन्होंने बताया कि 2016 में एक हैचरी की स्थापना के लिए केनरा बैंक से 100 करोड़ रुपये का ऋण लिया था। जिस भूमि को मुझ पर हड़पने का आरोप लगाया गया है उसे लाभार्थी इस्तेमाल कर रहे है। बता दें कि भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और पार्टी की तेलंगाना इकाई के प्रभारी तरुण चुग ने शुक्रवार को संकेत दिया था कि राज्य के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री एटाला राजेंद्र जल्द ही भाजपा में शामिल होंगे। उन्होंने शुक्रवार को कहा था कि तेलंगाना में तानाशाही और भाई-भतीजावादी राजनीति को खत्म करने के लिए लोग बीजेपी में शामिल होने को तैयार हैं।