31 C
Mumbai
Saturday, November 23, 2024
होमधर्म संस्कृतिराज्य के नागरिकों के सपनों को साकार करें,​मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का गणराया...

राज्य के नागरिकों के सपनों को साकार करें,​मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का गणराया को संदेश​!

गणेश चतुर्थी के अवसर पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पूरे महाराष्ट्र के लोगों को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि मुझे उम्मीद है कि ​विघ्नहर्ता राज्य में बारिश और खुशहाली लाएंगे​|​ मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी कहा है कि महाराष्ट्र के नागरिकों के सपनों को साकार करने के लिए मैं गणराया को नमन करता हूं।

Google News Follow

Related

गणेश चतुर्थी के अवसर पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पूरे महाराष्ट्र के लोगों को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि मुझे उम्मीद है कि विघ्नहर्ता राज्य में बारिश और खुशहाली लाएंगे|मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी कहा है कि महाराष्ट्र के नागरिकों के सपनों को साकार करने के लिए मैं गणराया को नमन करता हूं।

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी कहा है कि हमने गरीबों के लिए आवास, पुलिसकर्मियों के लिए आवास, मिल मजदूरों के घरों के लिए लॉटरी जैसे कई अच्छे फैसले जनता के लिए लिए हैं|  सरकार के तौर पर जिन किसानों को नुकसान हुआ है, हम उनमें से किसी को भी नहीं छोड़ेंगे|  हमने नियम तोड़कर किसानों की मदद की है| एक किसान को 1 रुपये में फसल बीमा मिल रहा है| इस मौके पर एकनाथ शिंदे ने यह भी कहा कि यह सरकार बलिराजा के साथ मजबूती से खड़ी है|
आज गणेश जी का आगमन हुआ है| मैं सच्चे दिल से आज सभी को सुखद दिन की शुभकामनाएं देता हूं। आज महाराष्ट्र के लिए अहम दिन है. शहर हो या ग्रामीण क्षेत्र हर जगह गणराया आ गया है। आज महाराष्ट्र के प्रत्येक नागरिक के जीवन में खुशी का दिन है। आज मैंने भगवान से प्रार्थना की है कि महाराष्ट्र के लोगों पर, किसानों पर, गरीबों पर आई विपदा दूर हो। एकनाथ शिंदे ने यह भी कहा कि विघ्नहर्ता हमारे प्रयासों को ताकत देंगे|
पिछले साल गणेश उत्सव बिना किसी रोक-टोक के मनाया गया था| इस वर्ष भी मैंने प्रशासन को निर्देश दिये हैं, जो मंडल वर्षों से अनुशासन और नियम के साथ गणपति की स्थापना करते आ रहे हैं, उन्हें कुल पांच साल के लिए अनुमति दी जानी चाहिए। लोकमान्य तिलक ने गणेश उत्सव और शिव जयंती उत्सव की शुरुआत की क्योंकि इसका उद्देश्य लोगों को एक साथ लाना और उनके दिलों में स्वतंत्रता की भावना पैदा करना था। एकनाथ शिंदे ने यह भी कहा है कि वह त्योहार हम आज भी मनाते हैं|
यह भी पढ़ें-

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में ​पेश किया​ महिला आरक्षण बिल !

लेखक से अधिक

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

The reCAPTCHA verification period has expired. Please reload the page.

हमें फॉलो करें

98,296फैंसलाइक करें
526फॉलोवरफॉलो करें
193,000सब्सक्राइबर्ससब्सक्राइब करें

अन्य लेटेस्ट खबरें