कांग्रेस छोड़ने के बाद आखिरकार गुलाम नबी आजाद ने अपनी पार्टी बना ही ली। सोमवार को आजाद ने अपनी पार्टी के नाम का ऐलान किया। आजाद की पार्टी का नाम ‘डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी’ रखा है। बता दें कि आजाद ने 26 अगस्त को कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि वे कश्मीर के लिए काम करेंगे और अपनी पार्टी का गठन करेंगे। इसके बाद बड़ी संख्या में कांग्रेसी नेताओं ने पार्टी छोड़कर आजाद के साथ चले गए थे।
इस दौरान आजाद ने कहा था कि उनकी पार्टी की विचारधारा आजाद होगी। उन्होंने यह भी कहा था उनकी पार्टी में धर्मनिरपेक्ष लोग ही शामिल हो सकते हैं। इस दौरान उन्होंने जनता से पार्टी का नाम सुझाव देने को भी कहा था। बताया जा रहा है कि गुलाम नबी आजाद रविवार को श्रीनगर पहुंचे थे। जहां उन्होंने अपने समर्थकों के साथ पार्टी के नाम पर मंथन किया। उसके बाद उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पार्टी के नाम की घोषणा की। उन्होंने इस दौरान बताया कि हमें 1500 से से ज्यादा नाम सुझाये गए थे। जो उर्दू और संस्कृत में थे। उन्होंने कहा कि उर्दू और संस्कृत का मिश्रण हिन्दुस्तानी है। हम पार्टी का नाम लोकतान्त्रिक और शांतिपूर्ण और स्वतंत्र हो।
उन्होंने कहा कि हमारी राजनीति जाति धर्म पर आधारित नहीं होगी। हम सभी दलों के नेताओं का सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि मैंने कभी किसी भी पार्टी के नेता पर निजी हमला नहीं किया। हां !उनकी नीतियों का जरूर विरोध किया। हमें किसी भी नेता पर निजी हमला करने से बचना चाहिए। आजाद श्रीनगर में 27 सितंबर तक रहेंगे। इसके बाद से आजाद यहां से दिल्ली के लिए रवाना होगा।
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